लॉर्ड्स में एक बार फिर अपना दबदबा कायम करने के लिए तैयार है टीम इंडिया
भारतीय क्रिकेट टीम ने दूसरे टेस्ट मैच की जीत के साथ इंग्लैंड की धरती पर अपनी बादशाहत कायम कर दी है और भारत ने बर्मिंघम के मैदान पर पहली बार जीत दर्ज की।
शुभमन गिल की अगुवाई में, टीम इंडिया भले ही पहले टेस्ट में जीतने में सफल नहीं हुई हो, लेकिन उन्होंने मैच में अपना दबदबा कायम रखा।
हालांकि, उन्होंने बर्मिंघम में एक शानदार जीत दर्ज करने के साथ पांच मैचों की सीरीज में जबरदस्त वापसी की, जो नौ मुकाबलों में एजबेस्टन में हमारी पहली सफलता भी है। इस जीत के लिए पूरी टीम ने हर मुमकिन कोशिश की और भारतीय तिकड़ी ने अपने दमदार प्रदर्शन के साथ जीत का सफर आसान किया।
अब, जब सीरीज 1-1 से बराबरी पर है, तो सीरीज जीतने का कारवां प्रतिष्ठित लॉर्ड्स की ओर बढ़ता है, जहां मेहमान टीम बढ़त बनाने के इरादे से 2-1 करने का लक्ष्य रखती है।
और जब हम "लॉर्ड्स" सुनते हैं, तो 2021 की मशहूर जीत हमारी आंखों के सामने आ जाती है। है ना?! इसी मैदान पर विराट कोहली की अगुवाई में टीम ने इंग्लैंड को 151 रनों से मात दी थी, जहां पांचवें दिन के खेल में विराट की हौसला-अफजाई ने टीम का आत्मविश्वास बढ़ाया और जीत दर्ज की।
तो देर किस बात की? चलिए रिवाइंड बटन दबाते हैं और भारत के इंग्लैंड टूर 2025 के तीसरे मैच से पहले उन पलों का एक बार फिर से लुत्फ उठाते हैं।
रोहित-केएल की दमदार जोड़ी
बारिश की वजह से देरी से शुरू हुए मैच के बाद भारतीय सलामी बल्लेबाजों ने पारी की शानदार शुरुआत दिलाई। रोहित शर्मा ने 83 रन बनाए, जबकि केएल राहुल ने 129 रनों की शानदार पारी खेली और भारत ने 364/10 का स्कोर बनाया।
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भारतीय तेज गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बाद इंग्लैंड ने बनाई मामूली बढ़त
ईशांत शर्मा (3/69), मोहम्मद शमी (2/95) और मोहम्मद सिराज (4/94) ने सुनिश्चित किया कि जो रूट के शानदार 180* रन के बावजूद मेजबान टीम बड़ी बढ़त न बना पाए।
तीसरे दिन के अंत में घरेलू टीम ने 391/10 के स्कोर पर सिर्फ 27 रन की बढ़त हासिल की।
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रहाणे, शमी और बुमराह ने बनाए अहम रन
निश्चित रूप से, आप लोग सोच रहे होंगे कि यहां इन दो गेंदबाजों के बारे में क्यों गया बताया गया है। खैर, अगर नौवें विकेट के लिए उनके बीच हुई मैच बचाने वाली 89 रनों की साझेदारी नहीं होती तो वे यहां नहीं होते।
अजिंक्य रहाणे की चेतेश्वर पुजारा के साथ 100 रनों की पार्टनरशिप ने भारत को चौथे दिन अच्छी बढ़त दिलाई।
लेकिन यह बुमराह (64 गेंद पर 34*) और शमी (70 गेंद पर 56*) थे, जिन्होंने पांचवें दिन लंच के तुरंत बाद हमारी बढ़त को 271 रन तक पहुंचा दिया। टीम ने पारी घोषित करने का फैसला किया और मेजबान टीम को 272 रन का लक्ष्य दिया।
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10 विकेट और डेढ़ सेशन बाकी रहने के साथ मैच अपने रोमांच पर है
अंतिम पारी की शुरुआत एक हडल से हुई, जहां विराट कोहली ने अपने खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ाने के मकसद से बात की। यह सिर्फ एक और टीम टॉक नहीं थी... यह एक चेतावनी की तरह लग रहा था, जहां भारत को जीत से कम कुछ भी मंजूर नहीं था।
"60 ओवर तक उन्हें नरक जैसा माहौल महसूस करना चाहिए..." यह एक कमांड था। सभी 11 फील्डर्स ने डिसिप्लिन बनाए रखा और इसके बाद जो हुआ वह क्रिकेट में रोमांचक एक्शन का एक बेहतरीन उदाहरण था!
बस इस पर एक नजर डालें - ताकि यह समझा जा सके कि उत्साहित दर्शकों के सामने क्या हुआ और कैसे हमारी गेंदबाजी यूनिट ने इंग्लैंड को दबाव में लाकर मैच 151 रनों से जीत लिया
आउट हुए खिलाड़ी (रन बनाए गए) |
विकेट लेने वाले गेंदबाज |
विकेट पतन |
रोरी बर्न्स (0) |
जसप्रीत बुमराह |
1/1 |
डोम सिबली (0) |
मोहम्मद शमी |
2/1 |
हसीब हमीद (9) |
ईशांत शर्मा |
3/44 |
जॉनी बेयरस्टो (2) |
ईशांत शर्मा |
4/67 |
जो रूट (33) |
जसप्रीत बुमराह |
5/67 |
मोईन अली (13) |
मोहम्मद सिराज |
6/90 |
सैम करन (0) |
मोहम्मद सिराज |
7/90 |
ओली रॉबिन्सन (9) |
जसप्रीत बुमराह |
8/120 |
जोस बटलर (25) |
मोहम्मद सिराज |
9/120 |
जेम्स एंडरसन (0) |
मोहम्मद सिराज |
10/120 |
यह फैक्ट है कि सिर्फ तीन बल्लेबाज ही दहाई के आंकड़े तक पहुंच पाए। यह मेहमान टीम की जीत की ललक को दर्शाता है। जाहिर सी बात है कि इसको भारतीय क्रिकेट टीम के शानदार इतिहास में सबसे असाधारण जीतों में से एक के रूप में दर्ज किया गया!