1975-2019: जानें विश्व कप में कैसा रहा है भारत का प्रदर्शन
8 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे एक नए सपने की शुरुआत होगी। आईसीसी क्रिकेट विश्व कप तीसरी बार जीतने का 1.4 अरब भारतीयों का सपना, जिसे पूरा करने की जिम्मेदारी रोहित शर्मा और उनके मेन इन ब्लू के कंधों पर होगी।
इस सपने को पहली उड़ान साल 1983 में मिली और फिर साल 2011 में भारतीय टीम ने इस सपने को दूसरी बार पूरा कर क्रिकेट फैंस को रोमांचित कर दिया। क्या 2023 में एक बार फिर से अपनी सरजमीं पर भारत एक और विश्व कप खिताब अपने नाम करने में सफल होगा? चलिए, एक नजर डालते हैं विश्व कप के पिछले 12 संस्करणों में भारत के शानदार प्रदर्शनों पर।
1975
एकदिवसीय क्रिकेट में अन्य टीमों के मुकाबले एक नई टीम, जिसकी अगुवाई एस वेंकटराघवन के हाथों में थी। भारतीय क्रिकेट टीम को मेजबान इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और पूर्वी अफ्रीका के साथ ग्रुप ए में रखा गया था। टीम सीमित ओवरों के क्रिकेट में अब तक लय में नहीं आ सकी थी और उन्हें एकमात्र जीत पूर्वी अफ्रीका के खिलाफ मिली। भारतीय टीम ग्रुप चरण में ही विश्व कप प्रतियोगिता से बाहर हो गई।
अंतिम स्थान |
ग्रुप स्टेज |
विजेता |
वेस्टइंडीज |
भारत के लिए सर्वधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
सुनील गावस्कर -113 रन |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
ग्लेन टर्नर - 333 रन |
भारत के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
सैयद आबिद अली - 6 विकेट |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
गैरी गिल्मर - 11 विकेट |
1979
भारतीय टीम का 1979 विश्व कप के लिए इंग्लैंड दौरा एक बुरे सपने की तरह था जिसे हर कोई भूलना चाहेगा। क्रिकेट महासंग्राम के इस संस्करण में भारत ने तीन मैच खेले और तीनों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। भारत किसी भी मैच में 200 से अधिक का कुल स्कोर बनाने में सफल नहीं हो सका, जिसकी वजह से हमारी टीम वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड और श्रीलंका वाले ग्रुप बी में अंतिम स्थान पर रही थी।
अंतिम स्थान |
ग्रुप स्टेज |
विजेता |
वेस्टइंडीज |
भारत के लिए सर्वधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
गुंडप्पा विश्वनाथ - 106 रन |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
गॉर्डन ग्रीनीज - 253 रन |
भारत के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
मोहिंदर अमरनाथ - 4 विकेट |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
माइक हेंड्रिक - 10 विकेट |
1983
लॉर्ड्स में भारत की चमत्कारी जीत ने हमारी टीम को क्रिकेट की दुनिया में एक दिग्गज के रूप में स्थापित किया। भारत को ग्रुप बी में दो बार की चैंपियन वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया और जिम्बाब्वे के साथ रखा गया था, जहां भारतीय टीम का सफर लीग स्टेज में विंडीज के खिलाफ बड़े उलटफेर के साथ शुरू हुआ। मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ छह विकेट की जीत हासिल करने के बाद वेस्टइंडीज और भारत के बीच ऐतिहासिक विश्व कप फाइनल खेला गया। फाइनल मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 183 रनों का स्कोर बनाया। इसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 140 रन पर ऑलआउट हो गई। फाइनल में आखिर में मोहिंदर अमरनाथ ने होल्डिंग को आउट करके भारत को पहली बार विश्व विजेता बनवाया।
इस विश्व कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ 175 रन की पारी और इंग्लैंड के खिलाफ 43 रन देकर 5 विकेट लेने के कपिल देव के प्रदर्शन ने आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रतिष्ठित यादगार लम्हा तैयार कर दिया था।
अंतिम स्थान |
चैंपियन |
विजेता |
भारत |
भारत के लिए सर्वधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
कपिल देव - 303 रन |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
डेविड गोवर - 384 रन |
भारत के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
रोजर बिन्नी - 18 विकेट |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
रोजर बिन्नी - 18 विकेट |
1987
कपिल की टीम घरेलू मैदान पर अपना विश्व कप खिताब बचाने से चूक गई। ऑस्ट्रेलिया से अपना पहला मैच हारने के बाद, भारत ने वापसी करते हुए चार जीत दर्ज की, जिसकी बदौलत भारतीय टीम ने लगातार दूसरे सेमीफाइनल में जगह बनाई। हालांकि, इंग्लैंड ने भारतीय फैंस का दिल तोड़ दिया और सुनील गावस्कर (1987 संस्करण में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी) ने अपने प्रभावशाली करियर को विराम दे दिया।
अंतिम स्थान |
सेमीफाइनल |
विजेता |
ऑस्ट्रेलिया |
भारत के लिए सर्वधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
सुनील गावस्कर - 300 रन |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
ग्राहम गूच - 471 रन |
भारत के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
मनिंदर सिंह - 14 विकेट |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
क्रेग मैक्डरमॉट - 18 विकेट |
1992
इस टूर्नामेंट में कई बदलाव देखे गए, जैसे - रंगीन जर्सी, खेल का नया प्रारूप - जहां भारत को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में कठिन समय का सामना करना पड़ा। मेन इन ब्लू अंक तालिका (दो जीत, पांच हार और आठ मैचों में 1 NR) में सातवें स्थान पर रहे और टीम साल 1979 के बाद पहली बार विश्व कप सेमीफाइनल में पहुंचने में असफल रही।
अंतिम स्थान |
राउंड-रॉबिन स्टेज |
विजेता |
पाकिस्तान |
भारत के लिए सर्वधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
मोहम्मद अजहरूद्दीन - 332 रन |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
मार्टिन क्रो - 456 रन |
भारत के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
मनोज प्रभाकर - 12 विकेट |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
वसीम अकरम - 18 विकेट |
1996
दूसरी बार क्रिकेट वर्ल्ड कप की सह-मेजबान, भारत ने सेमीफाइनल में जगह बनाई। लेकिन, साल 1983 के बाद पहली बार विश्व कप फाइनल में पहुंचने की टीम की उम्मीदों पर उस संस्करण के चैंपियन श्रीलंका ने पानी फेर दिया। इस टूर्नामेंट की सबसे अच्छी बात यह थी कि सचिन तेंदुलकर विश्व कप के एक संस्करण में 500 रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने। टूर्नामेंट में वह शानदार फॉर्म में थे और सचिन ने दो मैचों को छोड़कर सभी मैचों में 50 से अधिक रन बनाए।
अंतिम स्थान |
सेमीफाइनल |
विजेता |
श्रीलंका |
भारत के लिए सर्वधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
सचिन तेंदुलकर - 523 रन |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
सचिन तेंदुलकर - 523 रन |
भारत के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
अनिल कुंबले - 15 विकेट |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
अनिल कुंबले - 15 विकेट |
1999
भारत के लिए प्रतियोगिता की शुरुआत बेहद खराब रही और उन्हें ग्रुप स्टेज के मुकाबलों में एक-के-बाद-एक हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, इसके बाद भारतीय टीम ने केन्या, श्रीलंका और इंग्लैंड के खिलाफ तीन जीत हासिल करते हुए सुपर सिक्स स्टेज में जगह बनाई। लेकिन, विश्व कप में उनका सफर लंबा नहीं हो सका और टीम इंडिया को सुपर सिक्स स्टेज में एकमात्र जीत पाकिस्तान के खिलाफ मिली। इन सबके बीच अच्छी बात यह रही कि क्रिकेट विश्व कप के इस संस्करण ने भारत को राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली जैसे दिग्गज खिलाड़ी दिए, जो सचिन तेंदुलकर के साथ मिलकर बिग 3 के रूप में मशहूर हुए और आगामी कई सालों तक भारतीय क्रिकेट में अपना अहम योगदान दिया।
अंतिम स्थान |
सुपर सिक्स |
विजेता |
ऑस्ट्रेलिया |
भारत के लिए सर्वधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
राहुल द्वविड़ - 461 रन |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
राहुल द्वविड़ - 461 रन |
भारत के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
जवागल श्रीनाथ - 12 विकेट |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
जियॉफ अलॉट और शेन वॉर्न - 20 विकेट |
2003
बेहतरीन अनुभव और कई प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के साथ टीम ने टूर्नामेंट में प्रवेश किया और भारत सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली टीमों में से एक था। भारतीय टीम ने 2003 विश्व कप में आठ जीत दर्ज की जबकि उन्हें दो हार का सामना करना पड़ा। उन्हें पहली हार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लीग स्टेज में मिली थी जबकि दूसरी हार भारतीय टीम को 2003 विश्व कप के फाइनल में मिली। आपको बता दें कि मेन इन ब्लू ने 20 साल के बाद विश्व कप फाइनल में जगह बनाई थी।
अंतिम स्थान |
उपविजेता |
विजेता |
ऑस्ट्रेलिया |
भारत के लिए सर्वधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
सचिन तेंदुलकर - 673 रन |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
सचिन तेंदुलकर - 673 रन |
भारत के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
जहीर खान - 18 विकेट |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
चामिंडा वास - 23 विकेट |
2007
भारत को इस टूर्नामेंट में एक बड़ी निराशा हाथ लगी और शायद यह एक युग का अंत था। शीर्ष चार में अपनी जगह पक्की करने की उम्मीद रखने वाली भारतीय टीम को पहले मैच में बांग्लादेश से शिकस्त मिली। भारत अपना तीसरा मैच भी श्रीलंका से हार गया और प्रतियोगिता से बाहर हो गया। उन्होंने अपने अभियान में एकमात्र जीत बरमूडा के खिलाफ 257 रनों के अंतर से दर्ज की, जहां भारत ने 413/5 का स्कोर बनाया था जो विश्व कप में किसी भी टीम का तत्कालीन सर्वोच्च स्कोर था।
अंतिम स्थान |
ग्रुप स्टेज |
विजेता |
ऑस्ट्रेलिया |
भारत के लिए सर्वधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
वीरेंद्र सहवाग - 164 रन |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
मैथ्यू हेडेन - 659 रन |
भारत के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
जहीर खान - 5 विकेट |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
ग्लेन मैक्ग्राथ - 26 विकेट |
2011
भारत ने न सिर्फ विश्व कप की मेजबानी की बल्कि विश्व कप का खिताब भी जीता। क्रिकेट की सबसे बड़ी ट्रॉफी जीतने के लिए सभी बाधाओं को पार करते हुए 28 साल बाद, भारत ने प्रतिष्ठित वानखेड़े स्टेडियम में 2011 एकदिवसीय विश्व कप अपने नाम किया। सचिन तेंदुलकर का बरसों पुराना सपना पूरा हुआ। 2007 में T20 विश्व कप जीत के साथ भारत के ICC ट्रॉफी जीत के सूखे को खत्म करने वाले एमएस धोनी ने श्रीलंका के खिलाफ लॉन्ग-ऑन पर शानदार छक्का लगाकर विजयी रन बनाया और खुद को हमेशा के लिए इतिहास के पन्नो दर्ज करा दिया।
अंतिम स्थान |
विजेता |
विजेता |
भारत |
भारत के लिए सर्वधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
सचिन तेंदुलकर - 482 रन |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
तिलकरत्ने दिलशान - 500 रन |
भारत के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
जहीर खान - 21 विकेट |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
शाहिद अफरीदी और जहीर खान - 21 विकेट |
2015
2011 की विश्व विजेता टीम के सिर्फ चार सदस्यों के साथ, भारत ने सेमीफाइनल तक अपनी जीत का सिलसिला बनाए रखा, जिसमें लीग स्टेज में 6 जीत और क्वार्टरफाइनल में बांग्लादेश पर 109 रनों की जीत शामिल थी। लेकिन एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया ने सिडनी में सेमीफाइनल में मेन इन ब्लू को हराकर घरेलू मैदान पर जीत हासिल करते हुए टीम इंडिया को प्रतियोगिता से बाहर कर दिया।
अंतिम स्थान |
सेमीफाइनल |
विजेता |
ऑस्ट्रेलिया |
भारत के लिए सर्वधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
शिखर धवन - 412 रन |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
मार्टिन गप्टिल - 547 रन |
भारत के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
उमेश यादव - 18 विकेट |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
मिचेल स्टार्क और ट्रेंट बोल्ट - 22 विकेट |
2019
रोहित शर्मा ने एक वनडे विश्व कप में अपने रिकॉर्ड पांच शतकों और एक टूर्नामेंट में किसी बल्लेबाज द्वारा सर्वाधिक रन (648 रन) बनाकर खूब सुर्खियां बटोरी, जिसकी बदौलत भारतीय टीम ट्रॉफी जीतने के शीर्ष दावेदारों के रूप में उभरकर सामने आई। टीम इंडिया ने सात जीत और एक हार के साथ लीग की अंक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया और सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया, जहां उनका मुकाबला न्यूजीलैंड से हुआ। बारिश के कारण दो दिनों तक चले मैच के दौरान एक रोमांचक चेज में मार्टिन गप्टिल के सीधे हिट ने एमएस धोनी को रन आउट कर दिया और इसी के साथ भारत की उम्मीदें भी खत्म हो गईं।
अंतिम स्थान |
सेमीफाइनल |
विजेता |
इंग्लैंड |
भारत के लिए सर्वधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
रोहित शर्मा - 648 रन |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी |
रोहित शर्मा - 648 रन |
भारत के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
जसप्रीत बुमराह - 18 विकेट |
पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
मिचेल स्टार्क - 27 विकेट |