पांच विकेट लेने वाले आकाश मधवाल ने टेनिस बॉल क्रिकेट से सीखा है यॉर्कर फेंकना
कम बोलने वाले लेकिन गेंद से बात करना पसंद करने वाले आकाश मधवाल सही जगह और सही समय पर एक बेहतरीन खिलाड़ी बनकर उभरे हैं। आईपीएल इतिहास में आज रात उनका 5/5 का स्पेल एक अनकैप्ड खिलाड़ी के लिए सिर्फ एक रिकॉर्ड ही नहीं है, बल्कि रोहित भैया के भरोसे को बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत का एक मजबूत प्रदर्शन था। साथ ही उन्होंने यह भी साबित किया कि “जब आप मिले हुए मौकों का पूरी तरह से फायदा उठाते है तो उनका परिणाम कई गुना बढ़ जाता है।”
अपने साथियों, कोच और परिवार के साथ इस पल को यादगार बनाने की कोशिश करते हुए हमारे प्लेयर ऑफ द मैच स्ट्रैटजिक टाइमआउट हासिल करने में सफल रहे और उन्होंने कुछ पत्रकारों के साथ बातचीत की।
चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम की पिच ने तेज गेंदबाजों की मदद नहीं की, लेकिन आकाश ने इस पिच पर अपनी गेंदबाजी से दबाव बनाने में सफलता हासिल की। क्या दूसरी पारी में विकेट में बदलाव आया?
आकाश ने कहा, 'चेपॉक का विकेट अच्छा था। जैसा कि आपने देखा, गेंद ग्रिप नहीं कर रही थी बल्कि स्किड कर रही थी। मैं एक स्विंग गेंदबाज हूं, और मैंने विकेट लेने के लिए अपनी गेंदों को लेंथ के साथ कराया।"
क्रिकेट में हर गेंदबाज की गेंदबाजी कराने की अपनी शैली की एक दिलचस्प कहानी होती है। आकाश मधवाल के लिए यह कहानी उनके गृह राज्य उत्तराखंड में टेनिस-बॉल क्रिकेट थी। यह पूछे जाने पर कि टेनिस-बॉल क्रिकेट की कौन सी रणनीति आज वह अपने मौजूदा गेंदबाजी कौशल में लागू करते हैं, तो उन्होंने कहा, "टेनिस बॉल से मैंने सिर्फ यॉर्कर गेंदबाजी करना सीखा है और आज मैं अपनी गेंदबाजी में इसका इस्तेमाल करता हूं। इन गेदों से बचने का एक ही तरीका है। अगर गेंदबाजी की लेंथ को थोड़ा हाई या लो रखा जाता है, तो यह चौके या छक्के को रोक सकता है। इस तरह मुझे टेनिस क्रिकेट में सटीक यॉर्कर फेंकने की जरूरत थी और आज मैं क्रिकेट गेंद के साथ यही करता हूं।”
अपने अब तक के करियर के बारे में कुछ और सवाल पूछे जाने पर, आकाश मधवाल ने मुस्कुराते हुए मीडिया के साथ अपनी महत्वाकांक्षाओं पर बात की। उन्होंने कहा, “मैं उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन के साथ तब से हूं जब वह 2018 में बीसीसीआई से संबद्ध हुए थे। 2019 में मैं रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ एक नेट गेंदबाज था। इसके बाद मैं मुंबई इंडियंस में शामिल हो गया और एक नेट गेंदबाज के रूप में फिर से शुरुआत की। अब मुझे टीम में खेलने का मौका मिल रहा है।”
इस सीजन में MI की गेंदबाजी की कमान संभालने की उम्मीद जसप्रीत बुमराह और जोफ्रा आर्चर से की जा रही थी, लेकिन उन्हें चोटों की वजह से खेल से दूर रहना पड़ा। आज के शानदार प्रदर्शन के साथ आगे बढ़ने के बाद, मधवाल की तुलना रिप्लेसमेंट के रूप में की गई और उनसे पूछा गया कि क्या उस विभाग में उनकी इसके अलावा कोई अन्य जिम्मेदारी है। हालांकि, 29 वर्षीय गेंदबाज ने कहा, “टीम ने मुझे जो जिम्मेदारियां दी हैं मैं उन्हें पूरा करने की हर मुमकिन कोशिश कर रहा हूं। मैं बुमराह का रिप्लेसमेंट नहीं हूं, लेकिन मैं जो कर सकता हूं, वह करने की पूरी कोशिश कर रहा हूं।”
जब स्काउटिंग टीम एक नेट गेंदबाज को शामिल करती है, तो उन्हें खुद को साबित करने का मौका दिया जाता है। अभ्यास मैचों में, आपको पूरी टीम के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ कौशल दिखाने और अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत होती है। क्योंकि स्काउट नेट बॉलर के रूप में आपका आकंलन कर रहे होते हैं।
उन्होंने कहा, "जो भी मौके आपको मिलते हैं, आपको उनको अपने हाथ से जाने देना नहीं चाहिए और उनका अधिक से अधिक फायदा उठाना चाहिए।"
अवसरों की बात करें तो, मधवाल 2022 में अपना MI डेब्यू करने के करीब थे। उन्हें हमारे चोटिल आपला दादा सूर्या के रिप्लेसमेंट के रूप में साइन किया गया था, लेकिन वह खेल नहीं पाए और इसके बावजूद उन्होंने टीम के साथ प्रशिक्षण जारी रखा और उनके प्रयासों की वजह से 2023 कैंपेन में उन्हें खेलने का मौका मिला। "मुझे टीम के साथ मेरी भूमिका के बारे में बताया गया था। मुझे उस प्रक्रिया को जारी रखना है जिसे मैं फॉलो कर रहा था और मुझे विश्वास था कि मुझे अगले सीजन में मौके मिलेंगे। यह बहुत साफ था।”
2022 में मधवाल ने अपने नाम एक और उपलब्धि दर्ज की जब उन्हें उत्तराखंड की T20 टीम का कप्तान बनने का मौका मिला। अपने शब्दों में मधवाल ने कहा, "मुझे काम के बोझ को संतुलित करना था, लेकिन मुझे उस मौके को हासिल करने में खुशी महसूस हुई। क्योंकि, एक गेंदबाज के रूप में, मेरे पास खेल का विश्लेषण करने का एक खास तरीका था। लेकिन जब मैं कप्तान बना, तो पिच का विश्लेषण करने की मेरी क्षमता ने खेल की स्थिति को व्यापक बना दिया था।”
बेफिक्र रहिए, ये यॉर्कर आती रहेंगी। हालांकि, शायद वह मानना नहीं चाहते, लेकिन जसप्रीत बुमराह की जगह लेना आसान नहीं होने वाला था। यह सच है कि आकाश मधवाल की लाजवाब गेंदबाजी को देखना किसी शानदार रोमांच से कम नहीं।