मोहम्मद इज़हार: बिहार का बेटा, तकनीक में माहिर और धैर्य से तराशा गया शानदार खिलाड़ी
फास्ट बॉलिंग को अक्सर रफ्तार से जोड़ा जाता है, लेकिन मोहम्मद इज़हार के लिए यह खेल हमेशा सोच, समझ और रणनीति का रहा है।
बिहार के सुपौल जिले के छोटे से कस्बे बीरपुर से आने वाले इज़हार ने कम उम्र में ही सीख लिया था कि रफ्तार से ज्यादा अहम है गेंद पर कंट्रोल और हालात को पढ़ने की काबिलियत, जिससे उनका खेल और खतरनाक हो सके। सही मायनों में नेट प्रैक्टिस और स्कोरकार्ड से पहले ही उनका क्रिकेट टेनिस बॉल से शुरू हो चुका था।
इसी शुरुआती बुनियाद ने उन्हें आगे चलकर वैसा गेंदबाज बनाने में मदद की, जैसे कि वे आज हैं।
स्थानीय कोच जयचंद उन पहले लोगों में से थे जिन्होंने इज़हार की खेल के प्रति समझ को पहचाना और उसे निखारा। उनकी सबसे खास बात सिर्फ बल्लेबाजों को परेशान करने की काबिलियत ही नहीं थी, बल्कि उन्हें मैच की समझ थी।
कब लेंथ आगे रखनी है, कब पीछे खींचनी है, और कब गति में बदलाव करना है—इन बारीकियों पर जयचंद के मार्गदर्शन में इज़हार ने काम किया। उन्हीं की देखरेख में उन्होंने टेनिस बॉल से लेदर बॉल क्रिकेट से खेलना शुरू किया, जिससे उनकी तकनीक के साथ-साथ खेल की समझ भी बढ़ी।
लगातार अभ्यास के साथ इज़हार ने एक कदम आगे सोचने की आदत विकसित कर लीक। शुरुआत में हार्ड लेंथ का इस्तेमाल और फिर हल्के-फुल्के वेरिएशन किए। एक आक्रामक सोच वाले लेफ्ट-आर्म सीमर के रूप में उन्होंने धैर्य को अपनी सबसे बड़ी ताकत बनाना सीख लिया।
वही धैर्य और समझ सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025 में साफ नजर आया। पांच मैचों में 21 वर्षीय इज़हार ने 15.55 की औसत से नौ विकेट लिए और उनकी इकॉनमी रेट 7.11 रही। ये आंकड़े ऐसे गेंदबाज की तस्वीर पेश करते हैं, जो अलग-अलग मैच परिस्थितियों के अनुसार खुद को आसानी से ढाल सकता है और मैच का रुख बदलने की काबिलियत रखता है।
हालांकि, इन आंकड़ों से भी ज्यादा उनकी मानसिकता ने सभी को प्रभावित किया। शांत दृष्टिकोण, सही सोच और सटीक अमल के साथ इज़हार में अपनी अमिट छाप और दमदार प्रदर्शन की भूख साफ दिखाई दी।
आईपीएल 2026 की ओर बढ़ते हुए, मोहम्मद इज़हार अपनी काबिलियत और अनुकूलन क्षमता से हमारी बॉलिंग यूनिट को मजबूती देते नजर आते हैं। कुल मिलाकर, बूम और बोल्टी जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के साथ खेलते हुए यह यह लेफ्ट-आर्म गेंदबाज दिन-प्रतिदिन और बेहतर होता जाएगा।
अब असली परीक्षा का समय आ गया है! और इज़हार अपने दमदार सोच और हौसले के साथ इसके लिए पूरी तरह तैयार हैं।