16 साल, 10 प्लेऑफ: जानें आईपीएल प्लेऑफ में मुंबई इंडियंस की कहानी

पूरे विश्वास के साथ हमने अपने सफर को आगे बढ़ाया है और आज हम अपनी मंजिल के करीब पहुंच गए हैं। हम आईपीएल 2023 के प्लेऑफ में शानदार जीत के साथ पहुंचे हैं। नॉकआउट की राह बिल्कुल भी आसान नहीं थी, चाहे वह 14-गेम लीग स्टेज के साथ कई सारी संभावनाओं का आकंलन, गणनाओं, प्रार्थनाओं, या मुश्किल मैचों के परिणामों की गणना करना ही क्यों न हो। इन सब के बिना यह असंभव है।

भरोसा करना! यह शब्द ब्लू और गोल्ड जर्सी में हमारे खिलाड़ियों के दिलों और दिमाग में बसा हुआ है क्योंकि उन्होंने चौथी बार हमारे किले वानखेड़े स्टेडियम में आत्मविश्वास के साथ 200 रनों का पीछा किया। ये सभी चेज इस सीजन में किए गए हैं।

विश्वास रखना! सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ 8 विकेट की जीत ने हमें 14 साल में 10वें टाटा आईपीएल प्लेऑफ में पहुंचाया है। इंतजार का यह सफर हमारे लिए बहुत ही खास था, लेकिन हम इसके लायक भी थे। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर पर गुजरात टाइटंस की जीत ने अगले राउंड में हमारी जगह पक्की कर दी थी।

अगर कोई यह पूछे कि प्लेऑफ में हमारा प्रदर्शन कैसा रहा है तो उन्हें जानना चाहिए कि हमने इससे पहले 9 बार प्रतियोगिता के प्लेऑफ में जगह बनाई और 5 बार खिताब पर कब्जा किया है। विरोधी टीम के प्रशंसकों में डर की भावना का अहसास कराने के लिए यह बेहतर है, है ना, पलटन?

वहीं, टीम ने नई रणनीतियों, नए उद्देश्यों और LSG के खिलाफ एलिमिनेटर मुकाबले में उनका सामना करने के लिए नए तरीकों पर चर्चा की। हम नॉकआउट में अपने पिछले प्रदर्शनों पर फिर से ध्यान दे रहे हैं, ताकि हमारी तैयारी पक्की रहे। आगे पढ़ते रहिये…

2010 | उपविजेता - तेंदुलकर को ऑरेंज कैप, लेकिन फाइनल में मिली हार

सेमी-फाइनल: 2010 आईपीएल सीजन से मुंबई इंडियंस के लगातार 6 आईपीएल प्लेऑफ में पहुंचने की शुरुआत हुई। हालांकि, 2010 प्लेऑफ नहीं उससे भी बढ़कर था, यह एक सेमी-फाइनल था। सचिन तेंदुलकर के नेतृत्व में, मुंबई इंडियंस ने पहले आरसीबी को हराया। एक समय 9.3 ओवर में 77/4 के स्कोर पर होने के बाद अंबाती रायडू (40), सौरभ तिवारी (52*) और कायरन पोलार्ड (33) की धमाकेदार पारियों के दम पर हम 184/5 के अच्छे स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रहे। पोली ने आरसीबी के बल्लेबाजी क्रम को 3/17 के स्पेल के साथ बिखेर कर रख दिया और हमें हमारे पहले आईपीएल फाइनल में पहुंचाया। उन्होंने अपनी ऑलराउंड क्षमताओं के लिए भविष्य में लॉर्ड उपनाम हासिल किया।

फाइनल: यहीं से एल क्लासिको का आगाज हुआ। सीएसके फाइनल में हमारा इंतजार कर रहा था। सकारात्मक उत्साह के साथ हमने 2010 के आईपीएल फाइनल में प्रवेश किया और हमें पहले गेंदबाजी करने के लिए कहा गया। दिलहारा फर्नांडो ने दो विकेट लिए, जो सीएसके के लिए परेशानी का सबब बने और उन्होंने 168/5 का स्कोर बनाया। इस मैच में तेंदुलकर के 48 रन और अंत में पोलार्ड की तूफानी पारी जीत के लिए काफी नहीं थी और हम खिताब जीतने से 22 रन दूर रह गए। यह एक रोमांचक मैच था, लेकिन अफसोस है कि हम जीत नहीं पाए।

2011 और 2012 | प्लेऑफ में बाहर - सीएसके ने फिर दी कांटे की टक्कर

सचिन तेंदुलकर (2011) और हरभजन सिंह (2012) की कप्तानी में, मुंबई इंडियंस लीग स्टेज में तीसरे स्थान पर रही और हम प्लेऑफ में क्वालीफाई करने में कामयाब रहे। 

2011 के संस्करण में, MI ने एलिमिनेटर में कोलकाता नाइट राइडर्स और क्वालीफायर 2 में RCB का सामना किया। KKR के खिलाफ मुनाफ पटेल (3/27) की प्रभावशाली स्विंग गेंदबाजी के बाद 148 रनों का लक्ष्य हासिल करने के लिए, एडेन ब्लिजार्ड ने 30 गेंदों पर 51 रन बनाकर शानदार प्रदर्शन किया। मुंबई ने चार विकेट से जीत हासिल की। हालांकि, बैंगलोर के खिलाफ, MI सिर्फ 142/8 का स्कोर बना सकी और हार के साथ बाहर हो गई।

2012 के प्लेऑफ राउंड में हम कुछ समय के लिए ही थे। 2010 फाइनल की टीमों टीमें एक बार फिर आमने-सामने थीं। यानी एलिमिनेटर में MI बनाम CSK का मुकाबला था। MSD के नाबाद 51 रनों ने CSK को 187/5 स्कोर बनाने में मदद की। MI के गेंदबाजों में, धवल कुलकर्णी सबसे सफल (3/46) खिलाड़ी थे। इसके जवाब में, हमने 149/9 रन बनाए और ड्वेन स्मिथ 33 रनों के साथ हमारी टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। 

2013 | चैंपियंस - आखिरकार जीत मिली!

क्वालीफायर 1: चेन्नई सुपर किंग्स के साथ हमारी टक्कर प्लेऑफ 2013 के संस्करण में भी जारी रही, क्वालीफायर 1 और फाइनल में हमने उनका सामना किया। क्वालीफायर 1 में हमारी टीम 48 रन से पीछे रह गई। 193 रनों का पीछा करने उतरी मुंबई की टीम 18.4 ओवर में 144 रन पर ऑलआउट हो गई। ड्वेन स्मिथ (68) हमारे एकमात्र प्रभावशाली खिलाड़ी थे।

क्वालीफायर 2: अगले दिन राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ स्मिथ ने एक और अर्धशतक जड़ा। लेकिन इस बार खुशी की बात यह थी कि इस अर्धशतक ने  MI को एक गेंद शेष रहते 166 रनों का पीछा करने में मदद की। हरभजन सिंह ने 3/23 के शानदार स्पेल के साथ अहम भूमिका निभाई, यह इस बात का इशारा था कि यह साल कुछ अलग रोमांच लेकर आया था।

फाइनल: 2010 के आईपीएल फाइनल के विजेताओं को आखिरकार आराम दिया गया, क्योंकि MI चेन्नई के ड्वेन ब्रावो (4/42) और एमएस धोनी (नाबाद 63) के जबरदस्त प्रदर्शन का सामना करते हुए 20 ओवरों में 148 रन डिफेंड करने में कामयाब रही । प्लेयर ऑफ द मैच कौन था? कोई अंदाज़ा? जी हां, कायरन लॉर्ड पोलार्ड, जिन्होंने 32 गेंदों में नाबाद 60 रन बनाने के साथ एक विकेट भी हासिल किया। इसी के साथ एल क्लासिको के नतीजे में बदलाव हुआ।

2014 | प्लेऑफ से बाहर - तारे के सिक्सर ने कराया क्वालीफाई, लेकिन रुक गया कारवां

एलिमिनेटर: एलिमिनेटर में जब टीमें आपस में टकराईं तो चेन्नई सुपर किंग्स ने एक बार फिर से जीत हासिल की। लेंडल सिमंस ने पहले माइकल हसी (शुरुआती विकेट) के साथ 76 रन की साझेदारी और फिर रोहित शर्मा के साथ तीसरे विकेट के लिए 44 रन की साझेदारी ने MI के लिए निर्धारित 20 ओवरों में 173/8 का स्कोर बनाया। जवाब में ड्वेन स्मिथ (34) और फाफ डु प्लेसिस (24) के बीच 60 रनों की पार्टनरशिप के बाद सुरेश रैना के नाबाद 54 रन और डेविड हसी के नाबाद 40 रन की मदद से चेन्नई 18.4 ओवर में 174 रन का पीछा करने में सफल रही। लेकिन यह एक ऐसा सीजन था जो हमेशा के लिए सभी को याद रहेगा, क्योंकि जिस तरह से हमने RR को हराकर प्लेऑफ में प्रवेश किया था। वह वाकई हैरान करने वाला था।

2015 | चैंपियंस - 2013 2.0 vs CSK

कठिन परिस्थितियां आपको और मजबूत बनाती हैं! और यह 2015 की MI टीम की प्रतिबद्धता को साबित करता है जिसमें हमने दूसरी आईपीएल चैंपियनशिप हासिल की। प्लेऑफ में क्या हुआ? क्वालीफायर 1 (25 रन) और 2015 आईपीएल फाइनल (41 रन) में सीएसके के खिलाफ 2-0 से क्लीन स्वीप किया।

क्वालीफायर 1: ड्वेन ब्रावो (3/40) की शानदार गेंदबाजी के अलावा वेस्टइंडीज के लेंडल सिमंस (65) और कायरन पोलार्ड (41) की जोड़ी ने चेन्नई सुपर किंग्स के गेंदबाजों को काफी परेशान किया, क्योंकि MI ने क्वालीफायर 1 की पहली पारी में 187/6 का स्कोर बनाया। लसिथ मलिंगा के 3/23 के शानदार स्पेल ने सीएसके के बल्लेबाजों को काफी छकाया और वे 25 रन से हार गए।

फाइनल: क्वालीफायर की तरह, लेंडल सिमंस ने मुंबई इंडियंस के लिए फिर से 45 गेंदों में 68 रन बनाकर सबसे ज्यादा रन बनाए। कप्तान रोहित शर्मा ने 20 ओवर में ब्लू और गोल्ड टीम को 200 के पार ले जाने के लिए अर्धशतक जड़कर अहम भूमिका निभाई। बल्लेबाजों के प्रदर्शन से प्रोत्साहित तेज गेंदबाज मलिंगा (3/25) और मिचेल मैकक्लेनाघन (2/25) ने सीएसके की बल्लेबाजों के परखच्चे उड़ा दिए और माही के खिलाड़ी 161/8 का स्कोर बना सके।

2017 | चैंपियंस - रोमांच और जोश से भरा सफर

क्वालीफायर 1: प्लेऑफ में एमआई बनाम एमएस धोनी एक अलग टीम (और एक अलग कप्तान) के साथ जारी रहा। लीग स्टेज के दो मैचों की तरह, राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स के साथ मैच में हमें हार का सामना करना पड़ा। टीम 163 रनों का पीछा करने उतरी। शार्दुल ठाकुर (3/37) और वाशिंगटन सुंदर (3/17) ने अहम विकेट हासिल किए। इन दोनों की वजह से हमें रन बनाने में काफी मुश्किलें हुईं और हम 142/9 रन ही बना पाए।

क्वालीफायर 2: हमारा सफर यहां नहीं रुका। हमने केकेआर का मुकाबला किया और प्रतियोगिता में आत्मविश्वास के साथ उन्हें मात दी। कर्ण शर्मा (4/16) और बूम बूम बुमराह (3/7) ने कोलकाता की बल्लेबाजी (18.5 ओवर में 107 रन पर ऑल आउट) पर पानी फेर दिया और क्रुणाल पांड्या (नाबाद 45) की अगुवाई में हमारी बल्लेबाजों ने 14.3 ओवर में मैच अपने नाम कर लिया।

फाइनलः एक रन से जीत। शुरुआती झटकों के बाद क्रुणाल पांड्या की अहम पारी, और सिर्फ 129 रनों को सफलतापूर्वक डिफेंड करना। आरपीएस को अंतिम चार ओवरों में 33 रनों की जरूरत थी और एमआई के गेंदबाजों को आखिरी ओवर में 11 रन बचाने थे। बैक-टू-बैक विकेट और मिचेल जॉनसन की पहली तीन गेंदों पर एक चौके से प्रशंसको को अंदाजा लग गया कि आगे क्या होगा। मैच की अंतिम गेंद पर रन आउट के साथ तीसरी आईपीएल ट्रॉफी हमारी झोली में थी; यह फिल्मी कहानी के जैसा नहीं तो और क्या है?

2019 | चैंपियंस - लसिथ मलिंगा और धीमी यॉर्कर

आईपीएल प्लेऑफ में एमआई बनाम सीएसके का तीसरा संस्करण हर रोमांचक चीजों से भरपूर था।

क्वालीफायर 1: राहुल चाहर (2/14) की अगुवाई में मुंबई के स्पिनरों ने सीएसके एक्सप्रेस पर ब्रेक लगाई, जो 150-170 से अधिक का स्कोर बनाने की तरफ बढ़ रही थी। जब एमआई के लिए रन बनाने का समय आया, तो सूर्यकुमार यादव ने रोहित शर्मा और क्विंटन डी कॉक के शुरुआती विकेट के बाद दस चौके की मदद से 54 गेंदों में 71 रन बनाए और टीम ने 18.3 ओवर में 132 रन बनाकर लक्ष्य हासिल किया। राउंड 1: विजेता - मुंबई इंडियंस।

फाइनल: वह हार का स्वाद चखाने वाला मैच था, क्योंकि आईपीएल 2019 के फाइनल की पिक्चर अभी बाकी थी। पहले बल्लेबाजी करते हुए, MI ने 149/8 रन बनाए, जिसमें कायरन पोलार्ड ने 25 गेंदों में नाबाद 41 रन बनाए। 150 रनों के लक्ष्य को पूरा होने से रोकने के लिए, हमें क्रीज पर शेन वॉटसन के दृढ़ संकल्प को तोड़ने के तरीके तलाशने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ी, जिन्होंने 19 ओवरों में स्कोर को 141/5 तक पहुंचा दिया। और हमारा एकमात्र सहारा? स्लिंगा मलिंगा। पहली तीन गेंदों पर चार रन देने के बाद समीकरण तीन पर पांच हो गया। ऑफ के ठीक बाहर एक यॉर्कर ने वॉटसन को एक रन पूरा करने दिया, लेकिन एक और रन की चाह ने उन्हें पवेलियन का रास्ता दिखाया। हैदराबाद में गोल्ड और ब्लू रंग की चकाचौंध से येलो आर्मी का रंग फीका पड़ गया। एक धीमी यॉर्कर जिसका मतलब विकेट था: एलबीडब्ल्यू।

2020 | चैंपियंस - एक यादगार लम्हा!

क्वालीफायर 1: दिल्ली कैपिटल्स रो-हिट शर्मा और उनके खिलाड़ियों के विरोधी थे। क्वालीफायर 1 में पॉकेट डायनेमो ईशान (55 नाबाद) और आपला दादा सूर्या (51)  की मदद से एमआई ने 200/5 का स्कोर बनाया। जवाब में जसप्रीत बुमराह की शानदार गेंदबाजी (4/14) की वजह से हमने दिल्ली को सिर्फ 143/8 के स्कोर पर रोक दिया।

फाइनल: पांच दिन बाद, टीमें फिर से मुकाबले के लिए तैयार थीं। इस बार नजारा कुछ अलग था, जिसमें दिल्ली पहले बल्लेबाजी कर रही थी और मुंबई ने लक्ष्य का पीछा किया। डीसी ने श्रेयस अय्यर (65) और ऋषभ पंत (56) के अर्धशतक की बदौलत 20 ओवरों में 156/7 रन बनाए। हालांकि, शुरुआती ओवरों में उनके लिए कुछ भी बेहतर नहीं था, क्योंकि ट्रेंट बोल्ट ने शुरुआती दो विकेट झटक लिए थे। 157 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए हिटमैन ने 68 रन बनाए और उनके आउट होने के बाद ईशान ने 19 गेंद में नाबाद 33 रन बनाकर कमान संभाली और हमने पांचवां खिताब अपने नाम किया!

यह हमारा 10वां आईपीएल प्लेऑफ है! MI के कप्तान के रूप में रोहित शर्मा के दस साल! और इस बार भी हमारी शिद्दत से की गई कोशिश, हमें ट्रॉफी के करीब ला रही है। पलटन, हम पर भरोसा करें और छठी पर खिताब जीतने का विश्वास बनाए रखें।