सौरभ तिवारी - वह खिलाड़ी जिसने एमआई के प्वाइंट्स के सूखे को खत्म करने में दिखाया अपना दम

दिल से अपना काम करते जा रहे हैं, अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं, और टीम की मदद कर रहे हैं – सही मायने में सौरभ तिवारी यह सबकुछ कर रहे हैं। खासकर अबू धाबी में पीबीकेएस के खिलाफ मुकाबले में उन्होंने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिसकी बदौलत संयुक्त अरब अमीरात की धरती पर एमआई ने अपने पहले दो प्वाइंट हासिल किए।

हार्दिक की 30 गेंदों में 40 रनों की नाबाद पारी ने भी एक खास भूमिका निभाई और एमआई को जीत की दहलीज पर पहुंचा दिया। इसके अलावा कीरोन पोलार्ड के प्रदर्शन की काफी प्रशंसा हुई, उन्होंने इस मुकाबले में 8 रन देते हुए दो विकेट झटके और इसके साथ ही 7 गेंदों में नाबाद 15 रन बनाए।

नाथन कूल्टर-नाइल की 4-0-19-0 की जबरदस्त गेंदबाजी भी सराहनीय रही, जिसने एमआई के बल्लेबाजों को एक छोटे लक्ष्य का पीछा करने में मदद की, और इसके अलावा बुमराह के दो विकेट पीबीकेएस के बल्लेबाजी लाइन-अप को ध्वस्त करने के लिए भी महत्वपूर्ण रहे।

हालांकि, इस सब के बीच सौरभ तिवारी ने एक शांत योद्धा की तरह काम किया। उन्होंने एमआई को जीत दिलाने के लिए एक बेहतरीन पारी खेलते हुए शुरुआती बल दिया, जिससे बाकी की टीम कम दबाव में रहते हुए जीत हासिल करने के मोर्चे को संभाल सके।

सही समय पर दिखाया दम

इस टूर्नामेंट के अपने दूसरे ही मुकाबले में सौरभ तिवारी ने तीन चौकों और दो छक्कों के साथ 37 गेंदों में 45 रन बनाए। वह चौथे ओवर में सूर्यकुमार यादव की गेंद पर आउट हो गए और 16वें ओवर तक बल्लेबाजी करते हुए एक बेहतरीन साझेदारी सुनिश्चित की।

उन्होंने क्विंटन डी कॉक के साथ 45 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की, जिन्होंने 29 गेंदों में 27 रन बनाए, और कुछ बेहतरीन बाउंड्री लगाते हुए एमआई को स्कोरबोर्ड पर खतरे से उबारने में मदद की।

उनकी इस सधी हुई बल्लेबाजी ने अंतिम ओवरों में अन्य बल्लेबाजों को कम दबाव में रहते हुए बड़े हिट लगाकर आसानी से अंतिम 30 रन बनाने का मौका दिया।

ऐसा प्रदर्शन महज़ पहली बार नहीं

आईपीएल 2021 में दुबई में सीएसके के खिलाफ दूसरे चरण के पहले मुकाबले में सौरभ तिवारी को हार्दिक पांड्या की ग़ैरमौजूदगी में शामिल किया गया था, जो चोट से जूझ रहे थे। इस मुकाबले में एमआई को 157 रनों के लक्ष्य का पीछा करना था, लेकिन बेहद कम-कम अंतराल पर विकेट गिरने की वजह से हम यह मैच हार गए।

इस मैच में सौरभ ने 40 गेंदों में नाबाद 50 रन बनाए और एमआई के लिए 20 ओवरों में टिकाऊ बल्लेबाजी करने वाले अकेले खिलाड़ी रहे। सही मायने में उन्होंने एक डूबते हुए जहाज को स्थिर करने का काम किया, लेकिन अपने जैसे एक और साथी का साथ नहीं मिल पाने की वजह से उनका यह प्रयास बेकार गया।

हालांकि, टीम ने पीबीकेएस के खिलाफ वह किया जो वह सीएसके के खिलाफ नहीं कर सका, और सौरभ की मदद से इसे जीत लिया।

कीरोन पोलार्ड ने की प्रशंसा

पीबीकेएस के खिलाफ मैच जीतने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कीरोन पोलार्ड ने सौरभ को इस जीत का महत्वपूर्ण स्तम्भ करार दिया। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि सौरभ को जब भी हमारे लिए खेलने का मौका दिया गया है, तब-तब उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है। कठिन परिस्थितियों में बल्लेबाजी करना और शानदार प्रदर्शन करना, यह एक ऐसे व्यक्ति को दर्शाती है जो इस बात पर ध्यान केंद्रित करता है कि उसे क्या करने की जरूरत है।”

इसके बाद पोलार्ड ने मुकाबले को अच्छी तरह से संभालने के लिए उनकी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, “वह आज के मैच में दबाव की स्थिति में उतरा, क्योंकि टीम ने दो गेंदों में शुरुआती दो विकेट गंवा दिए और उन्होंने इस बीच हमारे लिए अच्छी बल्लेबाजी की। वह आज हमारे लिए ‘रीढ़ की हड्डी’ साबित हुए हैं। आप जानते हैं, मुकाबले को आगे बढ़ाने और अंतिम छोपर पर पहुंचाकर इसे जीतने का अवसर बनाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने अच्छा खेला और आने वाली अन्य पारियों के लिए उन्हें बहुत-बहुत बधाई।”

पोलार्ड ने वास्तव में सच कहा है। सौरभ निश्चित तौर पर अच्छा प्रदर्शन किए जाने के लिए सराहना के पात्र हैं। उन्होंने अपना महत्वपूर्ण योगदान और मैच में स्थिरता लाते हुए टीम को एक अहम जीत दिलाई।

झारखंड के इस शख्स ने अपने प्रदर्शन से टीम और पलटन के चेहरों पर मुस्कान लाने का काम किया। सौरभ आप मेन इन ब्लू एंड गोल्ड के लिए ‘तुरुप का इक्का’ साबित हुए हैं और इसके लिए हम आपके आभारी हैं!