
मैं किसी और टीम में नहीं जाना चाहता था, क्योंकि मुंबई इंडियंस मेरा परिवार है: ईशान किशन
पिछले चार सालों में ईशान किशन मुंबई इंडियंस टीम के चहेते खिलाड़ी बन गए हैं।
वह 2018 में 21 साल के एक खिलाड़ी के रूप में टीम में शामिल हुए और धीरे-धीरे टीम के एक प्रमुख सदस्य बन गए, उन्होंने MI को 2019 और 2020 में लगातार दो आईपीएल खिताब दिलाने में मदद की।
MI परिवार उनसे प्यार करता है और ईशान किशन को इस बात में कोई संदेह नहीं था कि वह आईपीएल 2022 के मेगा ऑक्शन से पहले कहां रहना चाहते थे।
ईशान ने टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत में कहा, "मुझे पता था कि MI मेरे लिए बोली लगाएगी। वे हमेशा बहुत मददगार रहे हैं, मेरा समर्थन किया और मुझ पर काम किया। मुझे बस कड़ी मेहनत करनी थी और अच्छा क्रिकेट खेलना था। उन्होंने मेरे पर अपना विश्वास दिखाया और मेरे भविष्य में निवेश किया।”
“एमआई मुझे जानता है, वे मेरे खेल को समझते हैं और वे कैसे काम करते हैं, ये मैं जानता हूं। मुझे यकीन था कि मैं कहीं और नहीं जाने वाला हूं।"
उम्मीद के मुताबिक, देश के सबसे प्रतिभाशाली युवाओं में से एक के लिए बोली-प्रक्रिया काफी लंबी चली, लेकिन एमआई ने लगातार बोली लगाई और इस युवा विकेटकीपर को 15.25 करोड़ रुपये में खरीदा। इस बोली ने ईशान किशन को प्रभावित किया लेकिन उस तरह से नहीं जैसा आप सोचते हैं।
23 वर्षीय इस खिलाड़ी ने कहां, "लगातार बढ़ती कीमत चिंताजनक थी क्योंकि एमआई को टीम बनाने के लिए पैसे बचाने की जरूरत थी। ये सिर्फ मेरी बात नहीं थी। मुझे यह मानना होगा कि मेरी धड़कन एक मिनट के लिए बंद ही हो गई थी।”
जब MI के बारे में पूछा गया, तो ईशान किशन भी बहुत स्पष्ट होकर बोले।
ईशान ने आगे कहा, "वे एक ऐसा परिवार है जो रिश्तों को मजबूत बनाने में विश्वास रखता है। MI में होने की सबसे अच्छी बात ये है कि आप आईपीएल के सिर्फ दो महीनों के लिए उनके साथ नहीं रहते हैं। आपके लिए एक उचित कार्यक्रम तैयार किया जाता है, आपको वह सभी प्रकार की सहायता मिलती है जिसकी आपको आवश्यकता होती है, जैसे आपकी डाइट, ट्रेनिंग और सब कुछ।”
MI में होने का ये भी फायदा है कि सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज बल्लेबाज की तकनीक आपको जानने को मिलती है और ईशान किशन जैसे खिलाड़ी ऐसे दिग्गज खिलाड़ी के साथ बातचीत कर पाते हैं।
उन्होंने आगे कहा, "जब मैं MI में शामिल हुआ तो मैं बहुत निश्चिंत था। हालांकि सीनियर खिलाड़ियों, कोचिंग स्टाफ और सचिन सर के आसपास रहने से मुझे मदद मिली। जिन विभागों में मुझे ध्यान केंद्रित करना चाहिए था, उन पर सचिन सर के साथ बातचीत बहुत अच्छी रही है। मैंने एक प्रोसेस को फॉलो किया और दबाव में बेहतर करना सीख लिया है।”
इस युवा खिलाड़ी ने मुख्य कोच महेला जयवर्धने को अपना हेड डाउन रखने में मदद करने और रोहित शर्मा को गेम मैनेजमेंट सिखाने का श्रेय दिया।
किशन ने कहा, “महेला ने मेरी बल्लेबाजी में काफी मदद की है। मुझे छक्के मारना पसंद है, और मैं यह स्वाभाविक रूप से मारता हूं। मैं हमेशा नेट्स में स्पिनर को चुनता था। जब भी उन्होंने मुझे थोड़ा कैजुअल होते देखा, वह चुपचाप मेरे पास आ जाते और मुझे फोकस करने के लिए कहते क्योंकि हमारा मैच आने वाला होता था। वह हमेशा मेरे आसपास रहे हैं और उनका प्रभाव रहा है। जब उन्हें पता चलता है कि मैं देर से सो रहा हूं, तो वो 1 बजे फोन करके पता करते हैं। और अगर मैंने उठा लिया, तो वह कहते हैं 'ओह, तो तुम अभी तक सोए नहीं हो।' और मैं झिझकते हुए जवाब देता, मैं अभी सोने ही जा रहा था।
कप्तान रोहित के बारे में किशन ने कहा "मैंने रोहित भाई के साथ जो समय बिताया है वह अनमोल है। स्ट्राइक रोटेट करने और मैच की स्थितियों से अवगत होने जैसी चीजों के बारे में उनसे काफी कुछ सीखने को मिला।”
किशन का परिवार उनका कम्फर्ट जोन है।
"परिस्थितियां कैसी भी हों, मुझे परिवार से बात करने से हमेशा मदद मिलती है। मैं अपनी मां का लाडला हूं," उन्होंने हंसते हुए कहा।
"मैं सबसे पहले मां को फोन करता हूँ क्योंकि मुझे पता होता है कि अगर मैं पापा से बात करूँगा, तो वह फोन पर अपनी कोचिंग शुरू कर देंगे। कोचिंग तो हर डैड करते हैं ना, हर डैड कहते हैं 'मेरी वाली तकनीक फॉलो करो, देखो 100 कैसे बनेगा" हर पिता कोच बनना चाहता है, उनको लगता है कि आप उनकी तकनीक से शतक बनाएंगे'। वो और मेरे बड़े भाई हमेशा मेरी क्लास लगाने का इंतजार करते रहते हैं।"
जब किशन इस बार MI कैंप में लौटेंगे, तो उनके पास जोफ्रा आर्चर के रूप में एक नया टीम का साथी भी होगा और किशन ने उनकी बहुत प्रशंसा भी की।
किशन ने कहा, "जोफ्रा आर्चर एक तरह के ऐसे गेंदबाज हैं जो मुझे परेशान कर सकते हैं। उनके खिलाफ शॉट खेलना मुश्किल है क्योंकि उन्हें थोड़ा अतिरिक्त उछाल मिलता है और उसकी गति और रन-अप एक-दूसरे से अलग है, वह क्रीज तक धीमी गति से दौड़ते हैं। टी-20 में आपको शॉट मारने के लिए अपनी जगह बनाने के लिए घूमना पड़ता है। आर्चर के खिलाफ ऐसा करना मुश्किल है।"
ईशान किशन आईपीएल 2022 में फिर से MI परिवार के साथ जुड़ने के लिए तैयार हैं।
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