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"मैदान पर वापसी के लिए उन्होंने इंजेक्शन लिया" - रोहित की चोट पर बोले द्रविड़

By Mumbai Indians

खेल टीम इंडिया की गिरफ्त से बाहर जा चुका था। मैच जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा था, पिच चिपचिपी होती जा रही थी। भारत के 7 विकेट विकेट गिर चुके थे और 8 रन से ज्यादा के जरूरी रन-रेट से टीम को जीत के लिए 65 रन बनाने थे। 15 गेंद और 6 रन बाद दीपक चाहर भी पवेलियन लौट गए। बांग्लादेश आसान जीत की तरफ आगे बढ़ रहा था।

आपको बता दें बांग्लादेश की पारी के दूसरे ही ओवर में स्लिप में कैच लेते समय भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा के अंगूठे में चोट लग गई थी। इस दौरान उनके हाथ से खून निकलने लगा था। इस वजह से उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा और अस्पताल में उनका स्कैन भी कराया गया। यही वजह रही कि वह भारत के लिए ओपनिंग करने नहीं उतरे। लेकिन जब भारतीय टीम मुश्किल में पड़ी और टीम के पास कोई बल्लेबाज नहीं बचा तो टीम की खातिर रोहित 9वें नंबर पर अंगूठे पर पट्टी बांधकर बल्लेबाजी करने के लिए आए।

जब दीपक चाहर का विकेट गिरा तो मोहम्मद सिराज कप्तान रोहित का साथ देने के लिए मैदान पर आए। उस समय टीम को 29 गेंदों पर 59 रनों की जरूरत थी और सिर्फ 2 विकेट बचे हुए थे। 

इस बीच सिराज गेंद से संपर्क करने में लगातार नाकामयाब हो रहे थे और भारत की मुश्किलें बढ़ती जा रही थी। भारत को अब जीत के लिए किसी चमत्कार की ही जरूरत थी। और चमत्कार हमारे कप्तान थे। कटे हुए दस्ताने के साथ बल्लेबाजी करते हुए उनके अंगूठे से प्लास्टर उखड़ गया और वह ढीला हो गया। यकीनन उस समय उनको काफी दर्द भी हो रहा होगा। लेकिन टीम और देश के सामने उन्होंने इस दर्द और तकलीफ को जरा सी भी तवज्जों नहीं दी। इस दौरान भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का अलग ही जज्बा देखने को मिला।

भारत के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने मैच के बाद कहा "उन्हें अस्पताल जाना पड़ा। उनके हाथ में एक गंभीर डिस्लोकेशन थी। उन्हें इसे अस्पताल में जाकर सही करवाना था, कुछ इंजेक्शन लेने थे और फिर मैदान में वापस आना था। उन्हें इसका श्रेय देना होगा, वह बहुत दृढ़ थे कि वह मैदान पर जाकर एक मौका लेंगे। यह आश्चर्यजनक था कि उन्होंने हमें जीत के इतने कितना करीब ला दिया।"

रोहित जब बल्लेबाजी करने उतरे थे तब टीम को 44 गेंदों पर 65 रनों की दरकार थी। शुरू में थोड़ा समय लेने के बाद उन्होंने अपना आक्रमक रुख दिखाना शुरू किया और मुकाबले में भारत को वापसी करवाई। आखिरी ओवर में  भारत को 20 रन और आखिरी 2 गेंदों पर 12 रनों की जरुरत थी। फिर हिटमैन के बल्ले से लॉन्ग ऑफ पर एक शानदार छक्का निकला। भारत आखिरी गेंद पर 6 रन तो नहीं बना सका लेकिन कप्तान रोहित शर्मा की इस शानदार पारी ने सभी का दिल जरूर जीत लिया। उन्होंने 28 गेंदों में नाबाद 51 रनों की पारी खेली। इस दौरान रोहित ने 5 छक्के और 3 चौके लगाए।

इस जीत के साथ बांग्लादेश की टीम ने सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली। इस मैच में रोहित शर्मा ने एक ऐसी अकेली लड़ाई लड़ी जो बाधाओं के खिलाफ, दर्द के खिलाफ और परिस्थितियों के खिलाफ थी। कभी हार न मानने वाले उनके इस जज्बे को सलाम!