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INDvAUS: भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पहले टेस्ट में दी करारी शिकस्त, रोहित शर्मा और अश्विन-जडेजा रहे मैच के हीरो

By Mumbai Indians

2023 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला टेस्ट मैच सिर्फ 3 दिनों में ही खत्म हो गया। कप्तान रोहित शर्मा की सधी हुई शतकीय पारी के अलावा अश्विन-जडेजा की फिरकी ने कंगारूओं को चार मैचों की सीरीज के पहले मैच में करारी शिकस्त दी। इस जीत के साथ ही हिटमैन की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है।

रवींद्र जडेजा ने भी अपने बल्ले से बेहतरीन योगदान देते हुए 70 रनों की पारी खेली और भारतीय जीत में अहम भूमिका निभाई।

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला गया। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। हालांकि, पहली पारी में रवींद्र जडेजा की धारदार गेंदबाजी के आगे कंगारूओं की एक न चली और उनकी पूरी टीम महज 177 रन बनाकर ऑल आउट हो गई।

ऑस्ट्रेलिया की तरफ से पहली पारी में सबसे अधिक मार्नस लाबुशेन ने 49 रन बनाए। वहीं, स्टीव स्मिथ ने 37 रन, पीटर हैंड्सकॉम्ब ने 31 रन, ऐलेक्स कैरी ने 36 रनों का योगदान दिया। इसके अलावा कोई भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी दहाई का आंकड़ा नहीं छू सका।

पहली पारी में गेंदबाजी करते हुए भारत की ओर से रवींद्र जडेजा ने 5 विकेट चटकाए तो वहीं रविचंद्रन अश्विन ने तीन विकेट अपने नाम किया। इसके अलावा मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज ने एक-एक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी को पवेलियन का रास्ता दिखाया।

ऑस्ट्रेलिया के 177 रनों के जवाब में पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने एक विकेट के नुकसान पर 77 रन बनाए और रोहित शर्मा 56 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे।

रोहित शर्मा का 8वां टेस्ट शतक

मैच के दूसरे दिन दिन भारतीय टीम ने 77 रनों से आगे खेलना शुरू किया और पहले दिन के नाइटवाचमैन रविचंद्रन अश्विन ने रोहित का बखूबी साथ देते हुए पारी को आगे बढ़ाया। अश्विन 62 गेंदों में 23 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया की ओर से डेब्यू कर रहे ऑफ स्पिनर टॉड मर्फी का शिकार हुए।

इसके बाद बल्लेबाजी करने आए चेतेश्वर पुजारा भी मर्फी का शिकार हुए और सिर्फ 7 रन बनाकर ही पवेलियन लौट गए। विराट कोहली को भी 12 रन को निजी स्कोर पर मर्फी ने आउट किया। हालांकि, इस बीच भारतीय टीम के कप्तान ने मोर्चा संभाले रखा और 120 रनों की सधी हुई पारी की बदौलत भारत को लीड दिलाने में कामयाबी हासिल की। बता दें कि यह रोहित शर्मा का 8वां टेस्ट शतक था। उन्होंने 212 गेंदों की अपनी पारी के दौरान 15 चौके और 2 छक्के लगाए।

दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 7 विकेट गंवाकर 321 रन बना लिए थे। जडेजा 66 और अक्षर पटेल 52 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे।

तीसरे दिन भारतीय टीम ने अभी 7 रन ही जोड़े थे कि उन्हें 8वां झटका रवींद्र जडेजा के रूप में लगा। जडेजा मर्फी का छठा शिकार बने। उन्होंने 185 गेंदों में 9 चौकों की मदद से 70 रन बनाए।

इसके बाद अक्षर पटेल और मोहम्मद शमी ने मिलकर भी अच्छी बल्लेबाजी का मुजाहिरा किया और अर्धशतकीय साझेदारी को अंजाम दिया। शमी ने तेजी से रन बनाते हुए 47 गेंदों पर 37 रनों का योगदान दिया। उन्हें मर्फी ने अपना 7वां शिकार बनाया।

अक्षर ने मोहम्मद सिराज के साथ मिलकर भारत की बढ़त को और मजबूत करने का प्रयास किया लेकिन वो 84 रन बनाकर कमिंस की गेंद पर बोल्ड हो गए। इस दौरान अक्षर ने 174 गेंदों का सामना किया और 10 चौके लगाए।

भारतीय टीम ने पहली पारी में रोहित शर्मा, रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल की शानदार बल्लेबाजी की मदद से 10 विकेट खोकर कुल 400 रन बनाए। भारत की ओर से टेस्ट में डेब्यू कर रहे सूर्यकुमार यादव और श्रीकर भरत ने 8-8 रनों का योगदान दिया।

ऑस्ट्रेलिया की ओर से डेब्यू कर रहे टॉड मर्फी ने 7 विकेट झटके तो वहीं पैट कमिंस ने 2 भारतीय खिलाड़ियों को पवेलियन वापस भेजा।

इस तरह पहली पारी के आधार पर भारतीय टीम को कुल 223 रनों की बढ़त हासिल हुई जो उम्मीद के मुताबिक निर्णायक भी साबित हुई। जैसा कि ये अंदाजा लगाया जा रहा था कि अगर भारतीय टीम इस मैदान पर 200 से अधिक की बढ़त हासिल कर लेती है तो उन्हें एक पारी के अंतर से भी जीत मिल सकती है, और हुआ भी बिल्कुल ऐसा ही।

91 रनों पर ही सिमट गई मेहमान टीम

दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने आई ऑस्ट्रेलियाई टीम को भारतीय गेंदबाजों ने कुल 100 रन भी बनाने नहीं दिया और इस तरह भारत ने एक पारी और 132 रनों के साथ यह जीत अपने नाम की। ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम दूसरी पारी में सिर्फ 91 रन के स्कोर पर ही सिमट गई। यह भारत के खिलाफ टेस्ट मैच में उनका दूसरा सबसे कम स्कोर है।

कमिंस की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत दूसरी पारी में भी बेहद खराब रही और 7 रन के कुल स्कोर पर उस्मान ख्वाजा को विराट कोहली के हाथों कैच कराकर अश्विन ने चलता किया। इसके बाद लाबुशेन को रवींद्र जडेजा ने विकेटों के आगे फंसाकर पवेलियन का रास्ता दिखा दिया।

ऑस्ट्रेलिया को तीसरा झटका डेविड वार्नर के रूप में लगा जिन्हें विराट कोहली ने एक रन के निजी स्कोर पर स्लिप में जीवनदान दिया था। हालांकि, वे भारत के लिए बड़ा खतरा बनते इससे पहले ही अश्विन ने उन्हें LBW आउट कर पवेलियन की राह दिखाई।

रविचंद्रन ने मैट रेनशॉ को एलबीडब्ल्यू कर मेहमान टीम को चौथा झटका दिया। पीटर हैंड्सकॉम्ब को भी अश्विन ने चलता किया। यहां से ऑस्ट्रेलिया की लगभग सारी उम्मीदें खत्म हो गई और विकेटों के गिरने का सिलसिसा भी तेज हो गया।

रविचंद्रन अश्विन ने दूसरी पारी में अपना 5वां विकेट हासिल करते हुए एलेक्स कैरी को आउट किया और कंगारू टीम को छठा झटका दिया। इसके बाद रवींद्र जडेजा ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को सातवां झटका दिया। उन्होंने कंगारू कप्तान पैट कमिंस को विकेटकीपर श्रीकर भरत के हाथों कैच कराया।

75 रन के स्कोर पर ऑस्ट्रेलिया का आठवां विकेट गिरा और टीम इंडिया जीत के बेहद करीब आ गई। अक्षर पटेल ने टॉड मर्फी को कप्तान रोहित के हाथों कैच कराया।

ऑस्ट्रेलिया को 9वां और 10वां झटका मोहम्मद शमी ने नाथन लियोन और स्कॉट बोलंड को आउट कर दिया। जहां एक तरफ शमी ने नाथन को बोल्ड किया तो बोलंड को LBW कर अपना शिकार बनाया। हालांकि, स्टीव स्मिथ ने अंत तक एक छोर को संभाले रखा लेकिन उनके साथ कोई भी बल्लेबाज खड़ा होकर लंबी पारी खेलने में नाकाम रहा।

स्टीव स्मिथ (नाबाद 25), मार्नस लाबुशेन (17), डेविड वार्नर (10) और ऐलेक्स कैरी (10) के अलावा कोई ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज दूसरी पारी में दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर सका।

भारत की ओर से दूसरी पारी में रविचंद्रन अश्विन ने 5 विकेट हासिल किया, जडेजा और शमी ने 2-2 विकेट झटके तो वहीं अक्षर पटेल ने भी एक विकेट अपने नाम किया।

इस तरह पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम दूसरी पारी में सिर्फ 91 रन बनाकर सिमट गई और भारत ने एक पारी और 132 से एक दमदार जीत के साथ सीरीज की शुरुआत की। रवींद्र जडेजा को मैच में कुल 7 विकेट लेने और 70 रन की बेहतरीन पारी खेलने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया।

दोनों टीमों के बीच सीरीज का अगला मुकाबला दिल्ली के अरूण जेटली स्टेडियम में 17 फरवरी से खेला जाएगा।

अश्विन का नया कीर्तिमान

दूसरी पारी में चौथा विकेट हासिल करते ही ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने एक नया कीर्तिमान अपने नाम किया। उन्होंने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में नाथन लियोन और हरभजन सिंह को पीछे छोड़ दिया है। हरभजन और लियोन के नाम 95 विकेट हैं जबकि अश्विन के नाम अब इस ट्रॉफी में 97 विकेट लेने का रिकॉर्ड है।

2023 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला टेस्ट मैच सिर्फ 3 दिनों में ही खत्म हो गया। कप्तान रोहित शर्मा की सधी हुई शतकीय पारी के अलावा अश्विन-जडेजा की फिरकी ने कंगारूओं को चार मैचों की सीरीज के पहले मैच में करारी शिकस्त दी। इस जीत के साथ ही हिटमैन की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है।

रवींद्र जडेजा ने भी अपने बल्ले से बेहतरीन योगदान देते हुए 70 रनों की पारी खेली और भारतीय जीत में अहम भूमिका निभाई।

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला गया। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। हालांकि, पहली पारी में रवींद्र जडेजा की धारदार गेंदबाजी के आगे कंगारूओं की एक न चली और उनकी पूरी टीम महज 177 रन बनाकर ऑल आउट हो गई।

ऑस्ट्रेलिया की तरफ से पहली पारी में सबसे अधिक मार्नस लाबुशेन ने 49 रन बनाए। वहीं, स्टीव स्मिथ ने 37 रन, पीटर हैंड्सकॉम्ब ने 31 रन, ऐलेक्स कैरी ने 36 रनों का योगदान दिया। इसके अलावा कोई भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी दहाई का आंकड़ा नहीं छू सका।

पहली पारी में गेंदबाजी करते हुए भारत की ओर से रवींद्र जडेजा ने 5 विकेट चटकाए तो वहीं रविचंद्रन अश्विन ने तीन विकेट अपने नाम किया। इसके अलावा मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज ने एक-एक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी को पवेलियन का रास्ता दिखाया।

ऑस्ट्रेलिया के 177 रनों के जवाब में पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने एक विकेट के नुकसान पर 77 रन बनाए और रोहित शर्मा 56 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे।

रोहित शर्मा का 8वां टेस्ट शतक

मैच के दूसरे दिन दिन भारतीय टीम ने 77 रनों से आगे खेलना शुरू किया और पहले दिन के नाइटवाचमैन रविचंद्रन अश्विन ने रोहित का बखूबी साथ देते हुए पारी को आगे बढ़ाया। अश्विन 62 गेंदों में 23 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया की ओर से डेब्यू कर रहे ऑफ स्पिनर टॉड मर्फी का शिकार हुए।

इसके बाद बल्लेबाजी करने आए चेतेश्वर पुजारा भी मर्फी का शिकार हुए और सिर्फ 7 रन बनाकर ही पवेलियन लौट गए। विराट कोहली को भी 12 रन को निजी स्कोर पर मर्फी ने आउट किया। हालांकि, इस बीच भारतीय टीम के कप्तान ने मोर्चा संभाले रखा और 120 रनों की सधी हुई पारी की बदौलत भारत को लीड दिलाने में कामयाबी हासिल की। बता दें कि यह रोहित शर्मा का 8वां टेस्ट शतक था। उन्होंने 212 गेंदों की अपनी पारी के दौरान 15 चौके और 2 छक्के लगाए।

दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 7 विकेट गंवाकर 321 रन बना लिए थे। जडेजा 66 और अक्षर पटेल 52 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे।

तीसरे दिन भारतीय टीम ने अभी 7 रन ही जोड़े थे कि उन्हें 8वां झटका रवींद्र जडेजा के रूप में लगा। जडेजा मर्फी का छठा शिकार बने। उन्होंने 185 गेंदों में 9 चौकों की मदद से 70 रन बनाए।

इसके बाद अक्षर पटेल और मोहम्मद शमी ने मिलकर भी अच्छी बल्लेबाजी का मुजाहिरा किया और अर्धशतकीय साझेदारी को अंजाम दिया। शमी ने तेजी से रन बनाते हुए 47 गेंदों पर 37 रनों का योगदान दिया। उन्हें मर्फी ने अपना 7वां शिकार बनाया।

अक्षर ने मोहम्मद सिराज के साथ मिलकर भारत की बढ़त को और मजबूत करने का प्रयास किया लेकिन वो 84 रन बनाकर कमिंस की गेंद पर बोल्ड हो गए। इस दौरान अक्षर ने 174 गेंदों का सामना किया और 10 चौके लगाए।

भारतीय टीम ने पहली पारी में रोहित शर्मा, रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल की शानदार बल्लेबाजी की मदद से 10 विकेट खोकर कुल 400 रन बनाए। भारत की ओर से टेस्ट में डेब्यू कर रहे सूर्यकुमार यादव और श्रीकर भरत ने 8-8 रनों का योगदान दिया।

ऑस्ट्रेलिया की ओर से डेब्यू कर रहे टॉड मर्फी ने 7 विकेट झटके तो वहीं पैट कमिंस ने 2 भारतीय खिलाड़ियों को पवेलियन वापस भेजा।

इस तरह पहली पारी के आधार पर भारतीय टीम को कुल 223 रनों की बढ़त हासिल हुई जो उम्मीद के मुताबिक निर्णायक भी साबित हुई। जैसा कि ये अंदाजा लगाया जा रहा था कि अगर भारतीय टीम इस मैदान पर 200 से अधिक की बढ़त हासिल कर लेती है तो उन्हें एक पारी के अंतर से भी जीत मिल सकती है, और हुआ भी बिल्कुल ऐसा ही।

91 रनों पर ही सिमट गई मेहमान टीम

दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने आई ऑस्ट्रेलियाई टीम को भारतीय गेंदबाजों ने कुल 100 रन भी बनाने नहीं दिया और इस तरह भारत ने एक पारी और 132 रनों के साथ यह जीत अपने नाम की। ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम दूसरी पारी में सिर्फ 91 रन के स्कोर पर ही सिमट गई। यह भारत के खिलाफ टेस्ट मैच में उनका दूसरा सबसे कम स्कोर है।

कमिंस की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत दूसरी पारी में भी बेहद खराब रही और 7 रन के कुल स्कोर पर उस्मान ख्वाजा को विराट कोहली के हाथों कैच कराकर अश्विन ने चलता किया। इसके बाद लाबुशेन को रवींद्र जडेजा ने विकेटों के आगे फंसाकर पवेलियन का रास्ता दिखा दिया।

ऑस्ट्रेलिया को तीसरा झटका डेविड वार्नर के रूप में लगा जिन्हें विराट कोहली ने एक रन के निजी स्कोर पर स्लिप में जीवनदान दिया था। हालांकि, वे भारत के लिए बड़ा खतरा बनते इससे पहले ही अश्विन ने उन्हें LBW आउट कर पवेलियन की राह दिखाई।

रविचंद्रन ने मैट रेनशॉ को एलबीडब्ल्यू कर मेहमान टीम को चौथा झटका दिया। पीटर हैंड्सकॉम्ब को भी अश्विन ने चलता किया। यहां से ऑस्ट्रेलिया की लगभग सारी उम्मीदें खत्म हो गई और विकेटों के गिरने का सिलसिसा भी तेज हो गया।

रविचंद्रन अश्विन ने दूसरी पारी में अपना 5वां विकेट हासिल करते हुए एलेक्स कैरी को आउट किया और कंगारू टीम को छठा झटका दिया। इसके बाद रवींद्र जडेजा ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को सातवां झटका दिया। उन्होंने कंगारू कप्तान पैट कमिंस को विकेटकीपर श्रीकर भरत के हाथों कैच कराया।

75 रन के स्कोर पर ऑस्ट्रेलिया का आठवां विकेट गिरा और टीम इंडिया जीत के बेहद करीब आ गई। अक्षर पटेल ने टॉड मर्फी को कप्तान रोहित के हाथों कैच कराया।

ऑस्ट्रेलिया को 9वां और 10वां झटका मोहम्मद शमी ने नाथन लियोन और स्कॉट बोलंड को आउट कर दिया। जहां एक तरफ शमी ने नाथन को बोल्ड किया तो बोलंड को LBW कर अपना शिकार बनाया। हालांकि, स्टीव स्मिथ ने अंत तक एक छोर को संभाले रखा लेकिन उनके साथ कोई भी बल्लेबाज खड़ा होकर लंबी पारी खेलने में नाकाम रहा।

स्टीव स्मिथ (नाबाद 25), मार्नस लाबुशेन (17), डेविड वार्नर (10) और ऐलेक्स कैरी (10) के अलावा कोई ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज दूसरी पारी में दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर सका।

भारत की ओर से दूसरी पारी में रविचंद्रन अश्विन ने 5 विकेट हासिल किया, जडेजा और शमी ने 2-2 विकेट झटके तो वहीं अक्षर पटेल ने भी एक विकेट अपने नाम किया।

इस तरह पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम दूसरी पारी में सिर्फ 91 रन बनाकर सिमट गई और भारत ने एक पारी और 132 से एक दमदार जीत के साथ सीरीज की शुरुआत की। रवींद्र जडेजा को मैच में कुल 7 विकेट लेने और 70 रन की बेहतरीन पारी खेलने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया।

दोनों टीमों के बीच सीरीज का अगला मुकाबला दिल्ली के अरूण जेटली स्टेडियम में 17 फरवरी से खेला जाएगा।

अश्विन का नया कीर्तिमान

दूसरी पारी में चौथा विकेट हासिल करते ही ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने एक नया कीर्तिमान अपने नाम किया। उन्होंने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में नाथन लियोन और हरभजन सिंह को पीछे छोड़ दिया है। हरभजन और लियोन के नाम 95 विकेट हैं जबकि अश्विन के नाम अब इस ट्रॉफी में 97 विकेट लेने का रिकॉर्ड है।