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IND vs AUS: ड्रॉ के साथ समाप्त हुआ चौथा टेस्ट, भारत ने 2-1 से जीती सीरीज

By Mumbai Indians

अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्‍टेडियम में हुए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का चौथा और आखिरी टेस्ट मैच ड्रॉ के साथ समाप्त हो गया। इसके साथ ही भारतीय टीम ने सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर लिया। 

इससे पहले टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया था। बल्लेबाजी के लिए अनुकूल पिच पर पहली पारी में मेहमान टीम ने अच्छी बल्लेबाजी करते हुए 167.2 ओवरों में 480 रनों का स्कोर खड़ा किया। टीम की ओर से सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने 180 रनों की बड़ी पारी खेली जबकि छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए कैमरून ग्रीन के बल्ले से 114 रनों की शतकीय पारी निकली। इन दोनों बल्लेबाजों ने 5वें विकेट के लिए 208 रनों की शानदार साझेदारी निभाई। भारत की तरफ से पहली पारी में ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने 6 विकेट चटकाए जबकि मोहम्मद शमी के खाते में 2 विकेट आए।

इसके जवाब में टीम इंडिया की तरफ से सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने पहले विकेट के लिए 74 रनों की साझेदारी निभाकर भारत को अच्छी शुरुआत दी। कप्तान रोहित ने 3 चौकों और 1 छक्के की मदद से 35 रन बनाए। इसके बाद तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए चेतेश्वर पुजारा ने विकेट पर टिक कर धैर्य के साथ खेलना शुरू किया। उन्होंने गिल के साथ दूसरे विकेट के लिए 248 गेंदों पर 113 रनों की मजबूत साझेदारी निभाकर अपनी टीम के लिए एक बड़े स्कोर की नींव रखी। इस दौरान शुभमन गिल ने अपना दूसरा और भारतीय सरजमीं पर अपना पहला टेस्ट शतक जड़ा।

मर्फी की गेंद पर आउट होने पहले पुजारा ने टीम के लिए 42 रनों का योगदान दिया। चौथे नंबर पर आए विराट कोहली ने शानदार बल्लेबाजी का मुजाहिरा करते हुए एक बेहतरीन टेस्ट पारी खेली। टेस्ट के तीसरे दिन की समाप्ति तक भारत ने 3 विकेट के नुकसान पर 289 रनों का स्कोर खड़ा कर दिया था। विराट कोहली 59 रन और रवींद्र जडेजा 16 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे।

चौथा दिन भारतीय फैंस के लिए बेहद खास रहा क्योंकि उनके चहेते विराट कोहली ने अपना 28वां टेस्ट शतक जड़ा। ये शतक इसलिए भी खास रहा क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली के बल्ले से 41 पारियों के बाद शतक निकला। कोहली का आखिरी टेस्ट शतक (27वां) बांग्लादेश के खिलाफ नवंबर 2019 में कोलकाता में आया था, जहां उन्होंने डे-नाइट टेस्ट में 136 रन बनाए थे। कोहली ने अपने शतक के सूखे के दौरान 41 पारियों में 25.70 की औसत से 6 अर्धशतक के साथ 1028 रन बनाए थे।

विराट कोहली ने 364 गेंदों पर 186 रनों की धैर्यपूर्ण पारी खेली। उनके अलावा विकेटकीपर श्रीकर भरत ने 44 और अक्षर पटेल ने 79 रन बनाए जिसकी बदौलत भारत ने पहली पारी में 571 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। इस तरह से पहली पारी में टीम इंडिया को 91 रनों की बढ़त हासिल हुई।

यहां से मैच का नतीजा आना काफी मुश्किल हो गया और ये मुकाबला ड्रॉ की ओर जाता दिखाई दे रहा था। मैच के आखिरी दिन ऑस्ट्रेलिया ने 78.1 ओवर में 175/2 का स्कोर बनाया और इस मुकाबले को समय से पहले ड्रॉ घोषित कर दिया गया।

इस तरह, रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने 2-1 से सीरीज पर अपना कब्जा जमा लिया। विराट कोहली को उनकी शानदार शतकीय पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच के खिताब से सम्मानित किया गया। वहीं, आर अश्विन और रवींद्र जडेजा दोनों को संयुक्त रूप से प्लेयर ऑफ द सीरीज खिताब से नवाजा गया।

आपको बता दें कि पहले टेस्ट में भारत ने पारी और 132 रन से जीत दर्ज की थी। वहीं, दूसरे टेस्ट में रोहित एंड कंपनी ने 6 विकेट से जीत हासिल की थी, जबकि इंदौर में खेले गए तीसरे मुकाबले को ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 9 विकेट से जीता था।

भले ही भारत को इस टेस्ट में जीत हासिल नहीं हुई लेकिन इसके बावजूद टीम इंडिया वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने में कामयाब रहा, जहां उनका सामना 7 जून से लंदन के ओवल में ऑस्‍ट्रेलिया से होगा। न्‍यूजीलैंड की श्रीलंका पर 2 विकेट से क्राइस्‍टचर्च में रोमांचक जीत के बाद भारत को WTC के फाइनल का टिकट हासिल हुआ।

17 मार्च से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का आगाज हो रहा है।