
पलटन, आइए जानें IPL 2017 की छह शानदार जीत के बारे में!
मुंबई इंडियंस को अपने तीसरे आईपीएल खिताब की तलाश थी, जो 2017 के आईपीएल सीज़न में जाकर पूरी हुई। बताते चलें कि टीम ने इससे पहले साल 2013 और 2015 में आईपीएल का खिताब जीता था। इसके पहले केकेआर और सीएसके ही वो टीमें थी, जिन्होंने तीन बार आईपीएल का खिताब अपने नाम किया था। ऐसे में आईपीएल 2017 के सीज़न को कोई नहीं भूल सकता, जब मुंबई इंडियंस और राइजिंग पुणे सुपरजाइंट के बीच मुकाबला हुआ था, जिसमें मुंबई ने पुणे को करारी शिकस्त देते हुए आईपीएल का खिताब अपने नाम किया था। ऐसे में आज हम आपको मेन इन ब्लू एंड गोल्ड के खिलाड़ियों के बेहतरीन गेंदबाजी और बल्लेबाजी के कुछ शानदार पलों के बारे में बताते हैं।
आपको बता दें कि हर सफल यात्रा की तरह, यह भी आसान नहीं था। इस सीज़न में कई बार उतार-चढ़ाव आए, लेकिन मुंबई इंडियंस के खिलाड़ियों ने कभी हार नहीं मानी। इस दौरान जो बात महत्वपूर्ण थी वो ये कि आखिर में खिलाड़ियों ने वन फैमिली को एक साथ आने और इस टूर्नामेंट की शानदार जीत को जश्न मनाने का मौका दिया।
इसके साथ ही इस जीत की चौथी वर्षगांठ पर और मुंबई इंडियंस की तीसरी आईपीएल जीत के छह यादगार मुकाबले के बारे में पढ़ें।
एक कम स्कोर वाले फाइनल मुकाबले में एक रन से जीत हासिल की
2017 के फाइनल मुकाबले में मुंबई के खिलाड़ियों ने पुणे को एक कम स्कोर का लक्ष्य दिया। हालांकि उस सीज़न में RPS ने मुंबई इंडियंस को पहले तीन मुकाबलों में मात दी थी। ऐसे में पुणे की टीम पूरी तरह विश्वास से लबरेज थी। लेकिन मुंबई के जाबांजों ने अपनी प्रतिभा को दिखाते हुए यह फाइनल मुकाबला अपने पक्ष में कर लिया।
जहां एमआई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 विकेट के नुकसान पर 129 रन बनाए। इस दौरान क्रुणाल पांड्या ने 38 गेंदों पर 47 रनों की शानदार पारी खेली। वहीं, इस दौरान बल्लेबाजों के साथ गेंदबाजों ने भी कमाल किया और इस खिताब को अपने नाम कर लिया।
बताते चलें कि पुणे को जीत के लिए आखिरी ओवर में 11 रनों की दरकार थी, और कप्तान ने मिशेल जॉनसन को गेंद दी। क्रीज पर स्टीव स्मिथ और मनोज तिवारी खेल रहे थे। जहां मिशेल के इस ओवर में पहली गेंद पर एक चौका लगा, और उसके बाद उन्होंने स्टीव का विकेट झटका। बता दें कि स्टीव अर्धशतक बनाकर क्रीज पर खेल रहे थे। ऐसे में उनके आउट होने से पुणे को बड़ा झटका लगा। यही नहीं जॉनसन ने उसके बाद एक और विकेट हासिल किया। वहीं, एक बाई और दो रन के बाद आखिरी गेंद पर चार रन चाहिए थे। हालांकि, एक शानदार यॉर्कर पर बल्लेबाज केवल दो रन ही बना सकें, तीसरा रन पूरा होने से पहले रन आउट हो गए। इसी के साथ मुंबई इंडियंस ने एक रन के साथ यह फाइनल मुकाबला जीत लिया।
The moment we were crowned champions! It doesn't get any better than this! 💪🏆😍#CricketMeriJaan #IPLfinal #BELI3VE pic.twitter.com/Ez7aq3rEdp
— Mumbai Indians (@mipaltan) May 21, 2017
कर्ण शर्मा, जसप्रीत बुमराह ने केकेआर बल्लेबाजों को किया पस्त
मुंबई इंडियंस को आरपीएस से पहला क्वालीफायर हारने के बाद एक लंबा रास्ता तय करना था। टीम को दूसरे क्वालीफायर में केकेआर से भिड़ना था, और फाइनल में अपनी जगह हासिल करने के लिए यह मुकाबला जीतना जरूरी था। ऐसे में मुंबई के गेंदबाजों ने केकेआर के बल्लेबाजों को शुरुआत से बांध कर रखा, और केकेआर 18.5 ओवर में सिर्फ 107 रन ही बना सकी और पूरी टीम ऑल आउट हो गई।
वहीं, गेंदबाज कर्ण शर्मा 4/16 और बुमराह की 3/7 की कसी गेंदबाजी ने केकेआर के बल्लेबाज को हैरान कर दिया, और खिलाड़ी इसका कोई तोड़ नहीं निकाल सकें। हालांकि इस दौरान सूर्य कुमार यादव थे, जिन्होंने केकेआर के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए। उन्होंने 25 गेंदों पर 31 रन की पारी खेली। आपको बता दें कि इससे पहले सूर्य कुमार यादव एमआई के लिए खेल चुके थे।
इस मुकाबले का पीछा करते हुए कप्तान रोहित शर्मा ने 24 गेंदों पर 26 रन बनाए, और क्रुणाल पांड्या ने नॉट आउट रहते हुए 30 गेंद पर 45 रनों की शानदार पारी खेली। फिलहाल टीम ने 14.3 ओवरों में 4 विकेट के नुकसान पर 111 रन बना लिए, इसी के साथ मुंबई इंडियंस ने केकेआर को मात देकर फाइनल में अपनी जगह बना ली।
बुमराह का सुपर ओवर और पार्थिव पटेल की शानदार बल्लेबाजी
आईपीएल 2017 में इस मैच में पहला सुपर डाला गया। जहां गुजरात लायंस ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 9 विकेट के नुकसान पर 153 रन बनाए, जिसमें कुणाल पांड्या ने तीन विकेट हासिल किए, और मलिंगा और बुमराह ने दो-दो विकेट लिए। वहीं, बल्लेबाजी में पार्थिव पटेल ने 44 गेंद पर 70 रनों की शानदार पारी खेली, जो 20 ओवरों में 153/10 तक ले जाने के लिए काफी थी।
अब इससे साफ था कि दोनों टीमें सुपर ओवर खेलेंगी। जहां जोस बटलर और किरोन पोलार्ड ने मुंबई इंडियंस के लिए 11 रन हासिल किए। वहीं, गुजरात लॉयंस को सुपर ओवर में 12 रनों की दरकार थी। ऐसे में मुंबई की तरफ से गेंदबाजी करने के लिए बुमराह आए, उन्होंने अपनी कसी गेंदबाजी से गुजरात के बल्लेबाजों को हैरत में डाल दिया।
बुमराह ने इस दौरान अपने ओवर की शुरुआत नो बॉल से की, इसके बाद एक लेग बाई और वाइड। इस तरह मुंबई के खिलाड़ियों के चेहरे पर शिकन दौड़ गई। हालांकि बुमराह ने अगली पांच गेंद शानदार फेंकी और इस तरह एक शानदार सुपर ओवर खत्म हुआ। बुमराह की गेंदबाजी ने रनों के प्रवाह पर पूर्ण विराम लगाते हुए ये मुकाबला अपने नाम कर लिया।
दिल्ली पर 146 रन की जीत
लेंडल सिमंस के 66 (43) रनों और किरोन पोलार्ड के नाबाद 63 (35) रनों के साथ मुंबई इंडियंस ने पहली पारी में 212 रन बनाए। उन्हें क्या पता था कि मई की शाम को दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) के खिलाफ यह स्कोर काफी होगा।
एक बार फिर एमआई के गेंदबाज मैदान पर जाने और दुनिया को साबित करने के लिए उतावले थे, कि वे वास्तव में इस स्कोर को आसानी से डिफेंड करने की क्षमता रखते हैं। वे विकेट लेने में तेज़ हैं और किसी भी टीम को हरा सकते हैं। मिशेल मैक्लेनाघन और बुमराह ने एक-एक विकेट झटका, मलिंगा ने दो और स्पिनर गेंदबाज़ हरभजन सिंह और कर्ण शर्मा ने तीन-तीन विकेट लिए।
यह एक करारी शिकस्त थी। करुण नायर के 21 रन दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर था। एमआई के गेंदबाजों ने सभी बल्लेबाजों को जल्दी ही पवेलियन वापस भेज दिया, और वे 13.4 ओवर में केवल 66/10 रन ही बना सके। 146 रन की यह जीत आईपीएल के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी जीत है!
199 रनों का पीछा करते हुए KXIP के खिलाफ 8-विकेट से शानदार जीत
KXIP (अब पंजाब किंग्स) के खिलाफ इस मुकाबले में एमआई का जबरदस्त दबदबा था। KXIP के सलामी बल्लेबाज हाशिम अमला के एक शानदार शतक ने टीम को 20 ओवरों में 198/4 का स्कोर बनाने में मदद की, और ऐसा लगा कि टीम यह मुकाबला जीत लेगी।
हालांकि, जोस बटलर उस दिन अपनी असाधारण बल्लेबाजी कौशल को दिखाने के मूड में थे। 7 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 37 गेंदों में उनके द्वारा बनाए गए 77 रनों ने एमआई को एक रोमांचक जीत हासिल करने में मदद मिली। इसके बाद नितीश राणा ने 34 गेंदों में 62 रनों की नाबाद पारी खेली और इस दौरान उन्होंने 7 छक्के लगाए, जिससे एमआई महज 15.3 ओवर में ही 199 रनों का पीछा करने में सफल रहा!
पहले बटलर ने पार्थिव पटेल के साथ पावरप्ले में 81 रनों की साझेदारी की, जिसमें सिर्फ 6 गेंदें डॉट रही थीं। यह दूसरी सबसे कम डॉट गेंदों वाला पावरप्ले रहा। इसके बाद राणा के साथ 85 रनों की साझेदारी देखने को मिली, जिसके बाद हार्दिक ने मैच को समाप्त करने का काम किया। यह मुकाबला सच में यादगार था, इसके बारे में सोचकर आज भी रोम-रोम रोमांचित हो उठता है।
आरसीबी के खिलाफ 7 रन पर 4 विकेट गिरने के बाद 146 रनों का डिफेंड और पोलार्ड का धमाका
इस मुकाबले में मेन इन ब्लू एंड गोल्ड ने पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। सौभाग्य से वे आरसीबी को 142/5 पर रोकने में सफल रहे, जो कि बेंगलुरु की बेहतरीन पिच पर बहुत आसान लग रहा था। लेकिन किस्मत उस दिन मज़ाक के मूड में लग रही थी, एक पल को ऐसा लगा कि वह उनके लिए जानबूझकर मुश्किलें खड़ी कर रही है।
इस छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए 7 रनों पर एमआई ने सलामी बल्लेबाज पार्थिव पटेल का विकेट खो दिया। हैरानी की बात यह थी कि इसके बाद स्कोर आगे बढ़ा ही नहीं और देखते ही देखते तीन विकेट और गिर गए। टीम का स्कोर 4 विकेट के नुकसान पर 7 रन था। इसके बाद नितीश राणा का विकेट गिर गया और आठ ओवर की समाप्ति पर टीम का स्कोर 5 विकेट के नुकसान पर 33 रन था। क्रीज़ पर पोलार्ड और क्रुणाल पांड्या मौजूद थे।
बिग मैन ने जल्द ही अपनी पावर-हिटिंग का खेल शुरू किया और 47 गेंदों मे 70 रन की शानदार पारी का प्रदर्शन किया और अकेले दम पर टीम को इस मुकाबले में वापस पटरी पर लाते हुए जीत दिलाई। एमआई ब्लू एंड गोल्ड के लिए यह किरोन पोलार्ड की एक बेहतरीन पारी थी।
2017 का आईपीएल सीज़न प्रतिकूल परिस्थितियों से उबरने और टीम के जीतने की क्षमता, कौशल और उनकी ताकत पर विश्वास करने जैसी चीजों के नाम रहा। पलटन के लिए यह इस टीम की एक शानदार और यादगार यादों में से एक है, जिसमें टीम ने लाखों चेहरों पर मुस्कान लाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।