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युवा खिलाड़ी से लेकर दिग्गज तक: #OnThisDay 2007 में RO ने शुरू किया था अपना T20I सफर

By Mumbai Indians

🗓️ 19 सितंबर, 2007

📍 डरबन

🍿 भारत बनाम इंग्लैंड, आईसीसी T20 विश्व कप 2007

उस ही मुकाबले में, जिसमें युवराज सिंह ने स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंदों पर छक्कों की बरसात की थी, एक शांत लेकिन आत्मविश्वास से भरा मुंबई का नौजवान मैदान में उतरा। वह लड़का था रोहित शर्मा।

हालांकि उस मैच में उन्हें बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला, लेकिन फील्डिंग में उन्होंने कमाल कर दिखाया। इंग्लैंड के ओपनर विक्रम सोलंकी, जो शानदार लय में खेल रहे थे, उनका बेहतरीन कैच पकड़कर रोहित ने मैच का रुख बदल दिया।

सच में, “छोटा योगदान, बड़ा असर” वाला ट्रेंड तो उन्होंने शुरू कर दिया था, वो भी तब जब यह शब्द सोशल मीडिया पर वायरल नहीं हुए थे! 😎 उसी पल लोगों को लग गया था कि यह खिलाड़ी कुछ खास है।

अगले ही दिन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रोहित ने पहली बार T20I में बल्ले से अपनी ताकत दिखाई। रोहित ने 40 गेंदों में नाबाद 50 रन बनाकर भारत को सेमीफाइनल में पहुंचाया। और क्या कमाल। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में अपने करियर का पहला प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड भी जीत लिया।

टूर्नामेंट के अंत तक, रोहित के पास वह चीज थी जिसके सपने सभी क्रिकेटर देखते हैं। अपने डेब्यू टूर्नामेंट में ही वर्ल्ड कप मेडल। 🥇 इसे ही कहते हैं किस्मत का दरवाजा खटखटाना!

सितंबर 2007, साउथ अफ्रीका से लेकर जून 2024, बारबाडोस तक… रोहित का T20I सफर किसी सिनेमा से कम नहीं रहा। उन्होंने इस फॉर्मेट को सिर्फ खेला नहीं, बल्कि नई परिभाषा दी। 💥

उनके अनगिनत रिकॉर्ड्स की बात करें तो, रन मशीन रोहित शर्मा आज T20I के एक अलग मुकाम पर खड़े हैं। कुल 4,231 रन के साथ ऑल-टाइम लीडिंग स्कोरर। बस एक ही शब्द — वाह! ⚡

हमारा हिटमैन इस फॉर्मेट में 5 शतक भी लगा चुका है, जो किसी भी खिलाड़ी के सबसे ज्यादा शतकों के बराबर है। उनकी हर पारी यह साबित करती है कि क्यों गेंदबाज उनसे डरते हैं और पलटन उन पर जान छिड़कती है।

और छक्कों की बात हो तो, रोहित ने इसे एक कला बना दिया। 🎨 उन्होंने कुल 205 छक्के लगाए यानी 200 छक्कों का आंकड़ा पार करने वाले इकलौते खिलाड़ी।

इतना ही नहीं, वह 159 मैचों के साथ सबसे ज्यादा T20I खेलने वाले खिलाड़ी भी बने।

कप्तान बनने के बाद तो उनका रूप और खतरनाक हो गया। 🔥 वह एकमात्र कप्तान हैं जिनके नाम 100+ छक्के दर्ज हैं। सच में, "मुंह पे देगा तो देता हूं ना" वाली लाइन को रोहित ने मैदान पर जी लिया!

2024 वर्ल्ड कप, जो उनका आखिरी T20I टूर्नामेंट था, उसमें उन्होंने भारत को चैंपियन बनाकर विदाई ली। वह पहले भारतीय बने जिन्होंने देश को हर ICC टूर्नामेंट के फाइनल तक पहुंचाया। और फिर 17 साल बाद, वर्ल्ड कप ट्रॉफी को उठाकर, उन्होंने अपना सफर पूरा कर दिया। चैंपियन की तरह शुरुआत, और चैंपियन की तरह विदाई। 🏆